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India News (इंडिया न्यूज),Syria Civil War :राष्ट्रपति बशर अल-असद के सीरिया से भाग जाने के बाद लगभग पूरा सीरिया विद्रोही समूहों के कब्ज़े में आ गया है। जैसे ही विद्रोही लड़ाके दमिश्क में दाखिल हुए, वहां के लोगों ने उनका स्वागत किया और जश्न मनाया। सीरिया में बशर अल-असद का तख्तापलट ईरान के लिए किसी सदमे से कम नहीं है। बता दें सीरिया एक मुस्लिम बहुल देश है। लेकिन यहां की जीवनशैली और शिक्षा पश्चिमी देशों की झलक दिखाती है। जहां कई मुस्लिम देशों में बच्चे अरबी-फारसी में पढ़ते हैं, वहीं सीरिया में बशर अल-असद ने ऐसी शिक्षा व्यवस्था बनाई थी कि बच्चे पहली कक्षा से ही अंग्रेजी पढ़ रहे थे। इतना ही नहीं, वे रूसी और फ्रेंच भी सीख रहे थे।
सीरिया में गृहयुद्ध के कारण अब तक करीब 1.5 करोड़ लोग विस्थापित हो चुके हैं और लाखों लोग मारे जा चुके हैं। इस गृहयुद्ध ने बच्चों की शिक्षा को बुरी तरह प्रभावित किया है। यहां के बच्चे पढ़ाई करके सभ्य नागरिक बनने की बजाय कम उम्र में ही हथियार उठाने को मजबूर हो जाते हैं और चरमपंथ का शिकार हो जाते हैं। आइए जानते हैं सीरिया की शिक्षा व्यवस्था के बारे में।
यूनिसेफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गृहयुद्ध के कारण सीरिया में 7000 से ज्यादा स्कूल नष्ट हो चुके हैं। इसके कारण करीब 2 मिलियन यानी 20 लाख से ज्यादा बच्चों को स्कूल छोड़ना पड़ा। इसके अलावा लाखों बच्चे ऐसे भी हैं जिन्होंने स्कूल का मुंह तक नहीं देखा है। जो लोग पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें अध्ययन सामग्री और शिक्षकों की कमी जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
सीरिया की शिक्षा व्यवस्था की बात करें तो यहां कक्षा 1 से 6 तक की पढ़ाई प्राइमरी लेवल में आती है। जबकि कक्षा 7 से 9 तक की पढ़ाई मिडिल स्कूल में और 10वीं और 12वीं की पढ़ाई सेकेंडरी स्कूल में आती है। सीरिया में 6 से 15 साल की उम्र तक शिक्षा निःशुल्क और अनिवार्य है। यहां पढ़ाई का माध्यम अरबी है। स्कूलों में कक्षा 1 से ही अंग्रेजी की पढ़ाई शुरू हो जाती है। इसके अलावा कक्षा 7 से बच्चों को फ्रेंच और रूसी भाषा भी पढ़ाई जाती है।
सीरिया में ज़्यादातर छात्र ऑनलाइन उच्च शिक्षा करना पसंद करते हैं। क्योंकि, घर से निकलकर यूनिवर्सिटी जाने पर क्या होगा, इसकी कोई निश्चितता नहीं होती। पूरा देश सालों से हिंसा की आग में जल रहा है। लेकिन देश के तबाह हो चुके बुनियादी ढांचे की वजह से खराब इंटरनेट सुविधा एक बड़ी समस्या है।सीरिया में कई सरकारी और निजी यूनिवर्सिटी हैं। लेकिन देश की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी पब्लिक यूनिवर्सिटी दमिश्क यूनिवर्सिटी है। इसके अलावा अलेप्पो यूनिवर्सिटी, अल-बाथ जैसी यूनिवर्सिटी भी हैं।
सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद ने दमिश्क यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। उन्होंने यहीं से मेडिकल की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने यूके में नेत्र विज्ञान की पढ़ाई की। दमिश्क यूनिवर्सिटी कभी मेडिकल और कानून की पढ़ाई के लिए मशहूर थी।
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