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India News (इंडिया न्यूज),US ambassador to Israel:अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल के लिए लगातार अपनी इच्छा के अनुसार नियुक्तियां कर रहे हैं। इस बीच ट्रंप ने इजरायल में अमेरिकी राजदूत के नाम का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने अर्कांसस के पूर्व गवर्नर माइक हुकाबी को इजरायल में अमेरिकी राजदूत नियुक्त किया है। उन्होंने यह भी कहा कि हुकाबी को इजरायल से बहुत प्यार है और इजरायल के लोग भी उन्हें पसंद करते हैं। ट्रंप ने उनकी तारीफ करते हुए कहा, ‘माइक एक बेहतरीन लोक सेवक, गवर्नर और आस्था के नेता रहे हैं।’ वह मध्य पूर्व में शांति लाने के लिए लगातार और अथक प्रयास करेंगे। इतना ही नहीं ट्रंप ने इजरायल के प्रति उनके समर्पण को भी सलाम किया। ऐसे में सवाल उठता है कि इजरायल के लिए यह फैसला कितना फायदेमंद है और क्या उनके राजदूत बनने से नेतन्याहू पर कोई दबाव बढ़ेगा या फिर वह बेखौफ होकर अपने दुश्मनों का खात्मा करते रहेंगे। इजरायल पर इसका क्या असर होगा? हुकाबी को ऐसे समय में यहां भेजा जा रहा है जब इजरायल अकेले ही ईरान, हमास और हिजबुल्लाह से मुकाबला कर रहा है। वहीं ट्रंप प्रशासन अपनी विदेश नीति को इजरायल के हितों के अनुकूल बनाने की कोशिश कर रहा है। हुकाबी के लिए यह भूमिका इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वे इजरायल के कब्जे वाले इलाकों में बस्तियों के समर्थक रहे हैं और उनका दृष्टिकोण इजरायल के अधिकारों की रक्षा करना रहा है।
हुकाबी के राजदूत बनने से यह कहा जा सकता है कि नेतन्याहू की ताकत निश्चित रूप से अन्य जगहों पर दुश्मन देशों पर दबाव बनाएगी। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि हुकाबी के आने से नेतन्याहू को काफी ताकत मिलेगी। हुकाबी लंबे समय से इजरायल का समर्थन करते रहे हैं और कई मौकों पर अमेरिकी प्रशासन के सामने इसके मुद्दों को प्रमुखता से उठा चुके हैं। इस भूमिका में वे इजरायल की सुरक्षा, स्थिरता और क्षेत्र में शांति के प्रयासों में अमेरिका की भागीदारी को और मजबूत करने का काम करेंगे।
माइक हुकाबी 1996 से 2007 तक अर्कांसस के गवर्नर रहे और दो बार रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रहे हैं। उनके राजनीतिक करियर के साथ-साथ उनके परिवार की भी एक प्रमुख राजनीतिक पहचान है। उनकी बेटी सारा हकाबी सैंडर्स वर्तमान में अर्कांसस की गवर्नर हैं और ट्रंप प्रशासन में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव भी रह चुकी हैं।ट्रंप प्रशासन में हकाबी की भूमिका न केवल इजरायल-अमेरिका संबंधों को गहरा करेगी बल्कि मध्य पूर्व के बाकी देशों के साथ संतुलित संबंध बनाए रखने में भी मदद करेगी। ट्रंप के कई फैसलों ने इस बार यह साफ कर दिया है कि वह कैबिनेट समेत कई अहम पदों पर अपने भरोसेमंद लोगों को ही रख रहे हैं।
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