इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
काबुल एयरपोर्ट पर पिछले महीने हुए हमले में अमेरिका के 9 सैनिकों की मौत हो गई थी, जिसका बदला अमेरिका ने 48 घंटों के अंदर ले लिया था। हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आईएस खुरासान को अमेरिका ने ड्रोन हमले में मारने का दावा किया था लेकिन अब एक ऐसी रिपोर्ट सामने आ रही है कि अमेरिका से आतंकियों की पहचान करने में गलती हो गई और उसने आतंकियों को टारगेट करने के बजाय शायद सहायता कर्मी को ही निशाना बना डाला। रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका ने 29 अगस्त को अफगानिस्तान में एयरस्ट्राइक में इस्लामिक स्टेट-खोरासान प्रांत के आतंकियों के बजाय गलती से अपने ही सहायता कर्मी को निशाना बनाया हो सकता है।
इससे पहले पेंटागन ने कहा था कि एयरस्ट्राइक में उसने काबुल धमाके के साजिशकर्ता इस्लामिक स्टेट आतंकी को मार गिराया है। मगर अब अमेरिका के एक्शन पर सवाल उठने लगे हैं। अमेरिका के हमले में गलती से आतंकियों की जगह 10 निर्दोष लोगों की मौत हो गई।

छोटे-छोटे बच्चों ने भी गंवाई थी जान

रिपोर्ट के अनुसार काबुल निवासी आइमल अहमदी ने बताया कि 29 अगस्त को हुए अमेरिकी हवाई हमले में जिस कार को निशाना बनाया गया, उसे उनके भाई एजमराई अहमदी चला रहे थे। इस कार में ही उनकी छोटी बेटी, भतीजे, भतीजी सवार थे। अमेरिक ने इसी कार पर एयरस्ट्राइक की और वे सभी मारे गए। न्यूयॉर्क टाइम्स ने सुरक्षा कैमरे के फुटेज का विश्लेषण करते हुए कहा कि अमेरिकी सेना ने मारे गए अहमदी और एक सहयोगी को पानी के कनस्तरों को लोड करते हुए और अपने बॉस के लिए एक लैपटॉप ले जाते देखा होगा।