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India News (इंडिया न्यूज),Ali Khamenei on Syria Crisis:सीरिया में तख्तापलट के बाद बुधवार को पहली बार ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई जनता के सामने आए। उन्होंने क्षेत्र में हो रहे नए घटनाक्रम के बारे में जनता को संबोधित किया। सीरिया में तख्तापलट के लिए अमेरिका और इजरायल को जिम्मेदार ठहराते हुए अली खामेनेई ने कहा, “इसमें किसी को संदेह नहीं होना चाहिए कि सीरिया में जो कुछ भी हुआ है, वह अमेरिका-इजरायल की संयुक्त साजिश का हिस्सा है।”
सीरिया में जो कुछ भी हो रहा है, उसमें सीरिया के पड़ोसी देशों की सरकारों की स्पष्ट भूमिका रही है और अभी भी वे इसे निभा रही हैं। हालांकि, मुख्य साजिशकर्ता और नियंत्रण कक्ष अमेरिका और ज़ायोनी शासन में हैं। हमारे पास इसके सबूत हैं, जिससे किसी को संदेह की कोई गुंजाइश नहीं है। हजारों लोगों के सामने आरोप इमाम खामेनेई ने बुधवार को तेहरान में हजारों लोगों के सामने क्षेत्र में हो रहे घटनाक्रम के बारे में बात की। इसके साथ ही इस बार उन्होंने इजरायल और अमेरिका के साथ-साथ सीरिया के पड़ोसी देशों पर भी निशाना साधा है।अपने आरोप लगाते हुए उन्होंने यह भी कहा कि सीरिया में जो कुछ भी हुआ, वह एक साजिश का हिस्सा है और इस पर किसी को संदेह नहीं होना चाहिए।
ईरान ने सीरिया में तख्तापलट के विद्रोहियों द्वारा ईरानी दूतावास पर किए गए हमले की निंदा करने के लिए संयुक्त राष्ट्र से अपील की थी। संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत आमिर सईद इरावानी ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड को भेजे दो औपचारिक पत्रों में इस मुद्दे को उठाया। पत्र में इरावानी ने राजदूत पर हमले की निंदा की और इसे राजनयिक संबंधों पर वियना कन्वेंशन (1961) और कांसुलर संबंधों पर वियना कन्वेंशन (1963) का घोर उल्लंघन बताया, जो राजनयिक मिशनों और उनके कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।
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