India News ( इंडिया न्यूज़ ),Oscar Pistorius: देश दुनिया में लगातार चर्चा में आने वाला नाम मशहूर पैरालिंपियन ऑस्कर पिस्टोरियस को अदलात से आखिरकार पेरोल मिल गया है। आपके जानकारी के लिए बता दें कि, ब्लेड रनर के नाम से मशहूर दक्षिण अफ़्रीकी पैरालिंपियन ऑस्कर पिस्टोरियस को वैलेंटाइन्स डे पर अपनी प्रेमिका की हत्या के दोषी को पैरोल दे दी गई है। जिसकी जानकारी देते हुए दक्षिण अफ्रीका के प्रिटोरिया की एक अदालत ने कहा कि, पिस्टोरियस को 5 जनवरी 2024 को जेल से रिहा किया जाएगा।

पेरोल से संबंधित बातें

मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, अपनी पैरोल के दौरान, पैरालिंपियन को एक इलेक्ट्रॉनिक सुरक्षा टैग पहनना आवश्यक होगा। उनके गौतेंग प्रांत छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा, जिसमें प्रिटोरिया और जोहान्सबर्ग शामिल हैं। वहीं प्रारंभ में, ऑस्कर पिस्टोरियस को छह साल जेल की सजा सुनाई गई थी। हालाँकि, अभियोजन पक्ष ने सजा को “बहुत नरम” बताते हुए फैसले के खिलाफ अपील की।

कौन है ऑस्कर पिस्टोरियस?

जानकारी के लिए बता दें कि, 37 साल के पिस्टोरियस दो पैरों वाले धावक हुआ करते थे, यही वजह थी कि उन्हें ‘ब्लेड रनर’ कहा जाता था। उन्हें 2013 में प्रिटोरिया में एक बंद बाथरूम के दरवाजे के माध्यम से अपनी 29 वर्षीय प्रेमिका रीवा स्टीनकैंप को चार बार गोली मारने का दोषी ठहराया गया था। उन्हें 13 साल और पांच महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी।

पिस्टोरियस ने किया था ये दावा

इसके साथ ही हत्या के बाद पिस्टोरियस ने दावा किया था कि, उसने स्टीनकैंप को चोर समझ लिया था और गलती से उसे गोली मार दी थी। जिसके बाद ये बात भी सामने आई कि, पिस्टोरियस के पास हर समय एक बंदूक रहती थी और उसने अदालत को बताया कि वह घर पर आक्रमण के डर में रहता था क्योंकि उसका पीछा किया गया था, उसे गोली मार दी गई थी और ‘हाय-जैक’ किया गया था। हलाति, स्टीनकैंप के परिवार ने पिस्टोरियस की रिहाई का विरोध किया था क्योंकि उन्होंने उस दिन की घटनाओं के बारे में पैरालिंपियन के विवरण को खारिज कर दिया था।

ऐसे बने एथलीट

चलिए आपको ऑस्कर पिस्टोरियस के बारे में दिलचस्प बातें बताते हैं। बता दें कि, पिस्टोरियस का जन्म जन्मजात बीमारी के साथ हुआ था। जब वह 11 महीने के थे तो उनके दोनों पैर कटवाने पड़े। 2012 के लंदन ओलंपिक उद्घाटन समारोह में दक्षिण अफ़्रीकी टीम का नेतृत्व करते हुए वह एक सफल एथलीट बन गए। वह जल्द ही ओलंपिक में भाग लेने वाले पहले दोहरे विकलांग व्यक्ति बन जाएंगे।

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