संबंधित खबरें
ट्रंप की दबंगई की चालू, चीन और यूरोपीय देशों के बाद इस देश को दे डाली धमकी, दुनिया भर में मची हड़कंप
'किसी भी तरह की घुसपैठ बर्दाश्त नहीं…' जिसने दिया खाने को रोटी, पाकिस्तान उसी देश को दिखा रहा आंख
काहे की टॉप क्लास यूनिवर्सिटी, 17 मशहूर यूनिवर्सिटी चला रही गंदा धंधा, बरबाद होने की कगार पर यहां पढ़ रहे भारतीयों की किस्मत
जस्टिन ट्रूडो जैसा होगा मोहम्मद यूनुस का हाल, कनाडा की तरह बांग्लादेश ने भी लगाए संगीन आरोप, भारत की तरफ से मिलेगा करारा जवाब!
जिस देश ने किया था कुवैत पर हमला उसी का साथ दे रहा था भारत! जाने कैसे थे उस वक्त नई दिल्ली और इराक के रिश्ते?
राष्ट्रपति बनने से पहले ही ट्रंप को मिली बुरी खबर, जिन योजनाओं के दम पर जीते थे चुनाव, अब उन्हें लागू करने में याद आ रही नानी!
India News (इंडिया न्यूज), Pakistan Missile Project: अमेरिका के विदेश विभाग ने पाकिस्तान के खिलाफ 12 सितंबर (गुरुवार) को बड़ा फैसला लिया है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ उनका कड़ा रुख बरकरार है। अमेरिका ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोजेक्ट के लिए चीनी मदद पर रोक लगा दी है। जिन चीनी संस्थानों पर रोक लगाई गई है। वे पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम की आपूर्ति में शामिल बताए जा रहे हैं। फिलहाल अमेरिका के इस फैसले पर पाकिस्तान की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अमेरिकी विदेश विभाग ने पाकिस्तान की बैलिस्टिक मिसाइल परियोजना और प्रौद्योगिकी प्रसार में शामिल पांच चीनी कंपनियों और एक व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की है।
अमेरिकी विदेश विभाग के आदेश 13382 के अनुसार, बीजिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑटोमेशन फॉर मशीन बिल्डिंग इंडस्ट्री (RIAMB) का विशेष रूप से नाम लिया गया है। यह कंपनी सामूहिक विनाश के हथियारों के प्रणोदकों और उनके वितरण के साधनों पर काम करती है। प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बताया कि RIAMB ने पाकिस्तान को शाहीन-3 और अबाबिल सिस्टम से जुड़े उपकरणों की मदद की है। कंपनी ने पाकिस्तान के साथ मिलकर पाकिस्तानी मिसाइल प्रोजेक्ट के लिए रॉकेट मोटर्स के परीक्षण के लिए उपकरण खरीदे हैं। इसके साथ ही पाकिस्तान स्थित इनोवेटिव इक्विपमेंट के साथ-साथ चीनी कंपनियों हुबेई हुआचांगडा इंटेलिजेंट इक्विपमेंट कंपनी, यूनिवर्सल एंटरप्राइज और शीआन लॉन्गडे टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट कंपनी पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रतिबंध में एक चीनी नागरिक भी शामिल है, जिस पर चीन को उपकरण सप्लाई करने में मदद करने का आरोप है।
अमेरिका ने कहा कि पाकिस्तान की बैलिस्टिक मिसाइल परियोजना के खिलाफ उसकी कार्रवाई जारी रहेगी। चाहे वह दुनिया के किसी भी कोने से संचालित हो रही हो। दूसरी ओर, चीन ने अमेरिका द्वारा लगाए गए इन प्रतिबंधों का विरोध किया है। अमेरिका में चीनी दूतावास के प्रवक्ता लियू पेंग्यू ने कहा कि चीन इस तरह के एकतरफा प्रतिबंधों का कड़ा विरोध करता है। ऐसे प्रतिबंधों का अंतरराष्ट्रीय कानून या अमेरिकी सुरक्षा परिषद के अधिकार में कोई आधार नहीं है। बीजिंग हमेशा चीनी कंपनियों और लोगों के हितों की दृढ़ता से रक्षा करेगा।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.