संबंधित खबरें
जिसे इजरायल ने दिया दर्दनाक मौत…अब वो खतरनाक मुस्लिम नेता बना अरब का मसीहा,सदमे में मोसाद
ऑनलाइन प्यार में पढ़कर सीमा लांघ पहुंच गया पाकिस्तान, तीसरी कोशिश में मिली सफलता, प्यार ऐसा की सचिन-सीमा की प्रेम कहानी पड़ जाएगी फिकी
बीमार Netanyahu ने घायल शेर की तरह हमास पर किया हमला, दिया ऐसा दर्द कि ईरान के उड़ गए होश, दहाड़े मारकर रोने लगे इजरायल के दुश्मन
जंग की वजह से कंगाल हो चुके रूस ने आय में वृद्धि के लिए उठाया ये बड़ा कदम, क्या पुतिन का ये कदम आएगा काम?
कहीं हुई आतिशबाजी तो कहीं पार्टी करने में डूबे लोग, दुनिया भर में कुछ इस तरह हुआ नए साल का स्वागत, इस देश में सबसे पहले मना जश्न
'कनाडा आजाद मुल्क है…' ट्रूडो ने लिया अपनी बेइज्जती का बदला, नए साल के मौके पर ट्रंप को जमकर लगाई लताड़
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
पाकिस्तान अभी भी FTAF की ग्रे लिस्ट में रहेगा। 3 साल से पाकिस्तान आर्थिक मदद हासिल करने के लिए छटपटा रहा है। लेकिन खुद की नीतियों के चलते वह इसे लेने में नाकामायाब साबित हो रहा है। क्योंकि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो विदेशों व अन्य वैश्विक संगठनों से मिली हुई मदद को देश के नागरिकों पर खर्च न करके आतंकी सपौलों को पालने में लगाता है। वहीं इसी पैसे से यहां के हुक्मरान ऐशो आराम भरी जिंदगी जी रहे हैं। पाकिस्तान में काले धन की कमाई भी अपार है, जिस कारण अंतर्राष्टÑीय वित्तिय कार्यवाई कार्य बल यानि (FTAF) ने 2018 में आतंकप्रस्त पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल दिया था।
अब हाल ही 19 से 21 अक्टूबर तक संस्था की बैठक चली जिसमें फैसला लिया गया कि अभी इमरान खान के पाकिस्तान को ग्रे सूची से बाहर नहीं किया जा सकता। ऐसे में अब पाक को लिस्ट से निकलने के लिए अप्रैल 2022 में आयोजित होने वाली एफएटीएफ की बैठक का इंतजार करना होगा।
फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स वह संस्था है जो जरूरतमंद उन देशों को आर्थिक मदद पहुंचाने की सिफारिश करती है जो कि मानवता व देश के नागरिकों के उत्थान के लिए काम करते हों। जिसका पाकिस्तान नाजायज फायदा उठाता रहा है। संदिग्ध देशों को संस्था दिए गए पॉइंट्स पर काम करने को कहती है। अगर कोई देश उन बिंदुओं पर काम नहीं करता तो उसे ग्रे लिस्ट में डाल दिया जाता है। सूची में नाम आने के बाद विश्व बैंक से लेकर अन्य संगठन आर्थिक मदद बंद कर देते हैं।
आतंकियों को वित्तपोषण की निगरानी करने वाले निकाय वित्तीय कार्रवाई कार्यदल के प्रमुख मार्कस प्लेयर ने कहा कि पाकिस्तान में अभी भी 12 प्रतिबंधित टेरर समूह चल रहे हैं। इनमें से 5 भारत को नुकसान पहुंचाने के लिए काम कर रहे हैं। वहीं संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकियों जैसे हाफिज सईद और मसूदद अजहर और उनके नेतृत्व वाले समूहों के खिलाफ कार्रवाई की जानी है। जो कि वह नहीं कर रहा है।
ऐसे में आने वाले दिनों में पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़नी तय मानी जा रही हैं। क्योंकि मंहगाई पाकिस्तान में नित नए रिकार्ड बना रही है वहीं काला बाजारी और काले धन की कमाई शैतान की आंत की तरह बढ़ती ही जा रही है जिस पर रोक लगाने में पाकिस्तानी सरकार नाकाम साबित हो रही है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.