संबंधित खबरें
सीरिया के बाद इस मुस्लिम देश में मची तबाही, मंजर देख कांप गए मुसलमान, मौत के आकड़े जान उड़ जाएगा होश
कुवैत में पीएम मोदी को ऐसा क्या मिला जिससे दुश्मनों की उड़ी होश, 20वीं बार कर दिखाया ऐसा कारनामा..हर तरफ हो रही है चर्चा
दुनिया की सबसे महंगी करेंसी डॉलर नहीं, इस इस्लामिक देश की मुद्रा का पूरी दुनिया में बजता है डंका, वजह जान फटी रह जाएंगी आंखें
PM Modi के मजबूत नेतृत्व के सामने झुकी अमेरिका, बदलना पड़ा ये कानून, मुंह ताकते रह गए जिनपिंग-शहबाज
न अमेरिका, न यूरोप, 1 टीवी शो की वजह से रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ गई जंग, वो एक्टर जो आगे चलकर बना राष्ट्रपति और बर्बाद कर दिया अपना देश
दुश्मनों के बदले अपने ही लड़ाकू विमान पर दाग दिया गोला, अब दुनिया में बन रहा है मजाक, जाने जेट पायलटों का क्या हुआ हाल?
India News (इंडिया न्यूज), PM Modi Meet Kuwait Crown Prince: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अमेरिकी दौरे के दौरान रविवार (22 सितंबर) को न्यूयॉर्क में भारतीय लोगों को संबोधित करने के बाद कुवैत के क्राउन प्रिंस शेख सबा अल-खालिद अल-सबाह के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इससे पहले पीएम मोदी ने नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के साथ भी द्विपक्षीय बैठक की। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद पीएम ओली ने एएनआई से कहा कि मुलाकात काफी अच्छी रही। वहीं, कुवैत के क्राउन प्रिंस से मुलाकात की बात करें तो पीएम मोदी ने भारत-कुवैत द्विपक्षीय संबंधों को और बेहतर बनाने के लिए कई अहम बिंदुओं पर चर्चा की। दोनों देशों ने इस मुलाकात के दौरान कई जगहों पर एक-दूसरे का साथ देने की बात भी की।
पीएम मोदी ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि कुवैत के क्राउन प्रिंस महामहिम शेख सबा खालिद अल-हमद अल-सबा के साथ बातचीत की। बहुत उत्पादक थे. हमने चर्चा की कि फार्मा, खाद्य प्रसंस्करण, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में भारत-कुवैत संबंधों को कैसे मजबूती दी जाए। बता दें कि, इसी महीने की शुरुआत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कुवैत के विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या से मुलाकात की। साथ ही भारत-कुवैत द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की। भारत और कुवैत के बीच पारंपरिक रूप से मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। जो इतिहास में निहित हैं और समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं।
दरअसल, भारत कुवैत का स्वाभाविक व्यापारिक साझेदार रहा है और 1961 तक कुवैत में भारतीय रुपया वैध मुद्रा थी। वर्ष 2021-22 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ है। साल 1961 में भारत ब्रिटिश संरक्षण से आज़ाद होने के बाद कुवैत के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने वाले पहले देशों में से एक था। राजनयिक संबंधों की स्थापना से पहले भारत का प्रतिनिधित्व एक व्यापार आयुक्त द्वारा किया जाता था। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, कुवैत के साथ भारत के व्यापार में उछाल आया है। वित्त वर्ष 2023-24 में खाड़ी देश को भारतीय निर्यात 2.10 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुँच गया है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.