होम / President of Turkey: तुर्की के राष्ट्रपति ने फिर उठाया कश्मीर मुद्दा, एस जयशंकर ने दिया जवाब

President of Turkey: तुर्की के राष्ट्रपति ने फिर उठाया कश्मीर मुद्दा, एस जयशंकर ने दिया जवाब

India News Editor • LAST UPDATED : September 22, 2021, 12:48 pm IST

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें (UNGA) सत्र के दौरान तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन (President of Turkey) ने अपने भाषण के दौरान कश्मीर का मुद्दा उठाया था। इसी का जवाब देते हुए भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (S. Jaishankar) ने उन्हें साइप्रस के मुद्दे पर घेर लिया। आपको बता दें कि तुर्की ने साइप्रस के बड़े हिस्से पर कई दशक से अवैध कब्जा जमाया हुआ है। इस मुद्दे को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने प्रस्ताव भी पारित किया हुआ है, लेकिन तुर्की ने इसे मानने से इनकार कर दिया है।

Foreign Minister surrounds President of Turkey regarding Cyprus

आज विदेश मंत्री एस जयशंकर ने साइप्रस के विदेश मंत्री निकोस क्रिस्टोडौलाइड्स के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बातचीत के दौरान उन्होंने साइप्रस के संबंध में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों का पालन करने की आवश्यकता पर जोर दिया। जयशंकर ने क्रिस्टोडौलाइड्स के साथ अपनी मुलाकात के बारे में बुधवार को ट्वीट करते हुए कहा है कि हम आर्थिक संबंधों को आगे बढ़ाने पर काम कर रहे हैं। सभी को साइप्रस के संबंध में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों का पालन करना चाहिये।

President of Turkey speaks on Kashmir in UN 

तुर्की के राष्ट्रपति (President of Turkey) एर्दोगन ने मंगलवार को सामान्य चर्चा में अपने संबोधन में कहा कि हमारा मानना है कि कश्मीर को लेकर 74 साल से जारी समस्या को दोनों पक्षों को संवाद तथा संयुक्त राष्ट्र के प्रासंगिक प्रस्तावों के जरिये हल करना चाहिये। एर्दोगन पहले भी संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मुद्दा उठा चुके हैं, जिसपर भारत ने आपत्ति जताई थी।

How did the Cyprus Sispute Begin?

साइप्रस में लंबे समय से चल रहे संघर्ष की शुरूआत 1974 में यूनान सरकार के समर्थन से हुए सैन्य तख्तापलट से हुई थी। इसके बाद तुर्की ने यूनान के उत्तरी हिस्से पर आक्रमण कर दिया था। भारत संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के तहत इस मामले के शांतिपूर्ण समाधान की वकालत करता रहा है।

Turkey Became the Center of Anti-India Activities

तुर्की अब पाकिस्तान के बाद ‘भारत-विरोधी गतिविधियों’ का दूसरा सबसे बड़ा केंद्र बनकर उभरा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, कश्मीर और केरल समेत देश के तमाम हिस्सों में कट्टर इस्लामी संगठनों को तुर्की से फंडिंग हो रही है। एक सीनियर गवर्नमेंट अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि तुर्की भारत में मुसलमानों में कट्टरता घोलने और चरमपंथियों की भर्तियों की कोशिश कर रहा है। उसकी यह कोशिश दक्षिण एशियाई मुस्लिमों पर अपने प्रभाव के विस्तार की कोशिश है।

Erdogan Wants to become Leader of Muslim Countries

एर्दोगन (President of Turkeyने पिछले साल ऐतिहासिक हगिया सोफिया संग्रहालय को मस्जिद में बदल दिया जो सन 1453 से पहले एक चर्च था। एर्दोगन मुस्लिम जगत में सऊदी अरब की बादशाहत को चुनौती देने की लगातार कोशिशों में लगे हुए हैं। पिछले साल उन्होंने मलयेशिया के तत्कालीन पीएम महातिर मोहम्मद और पाकिस्तान पीएम इमरान खान के साथ मिलकर नॉन-अरब इस्लामी देशों का एक गठबंधन तैयार करने की कोशिश भी की थी।

 

Must Read:- Afghanistan से लोकतांत्रिक सरकार की पूरी तरह छुट्टी

Connect With Us: Twitter facebook

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

KKR VS DC: ईडन गार्डन में दिल्ली से भिड़ेगी कोलकता, जानें कैसा होगा पिच का मिजाज-Indianews
Bengal Teachers Lose Jobs: 26 हजार शिक्षकों की नौकरी से जुड़े मामले में सुप्रीम कोर्ट का एक्शन-Indianews
Siddhant Chaturvedi ने अपने बर्थडे पर गिटार बजाने के साथ किया जमकर डांस, रूमर्ड गर्लफ्रेंड Navya Naveli Nanda ने किया रिएक्ट -Indianews
KKR vs DC Live Streaming: कोलकाता के खिलाफ जीत दर्ज करना चाहेगी दिल्ली, जानें कब और कहां देखें मुकाबला-Indianews
Viral Video: एक दूल्हा और चार दुल्हन, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो-Indianews
T20 World Cup 2024: न्यूजीलैंड ने विश्व कप के लिए किया टीम का एलान, ये स्टार खिवाड़ी संभालेगा टीम की कमान
T20 World Cup 2024: 1990 के दशक की किट की याद दिलाती है न्यूजीलैंड की नई जर्सी, दक्षिण अफ्रीका ने भी विश्व कप के लिए जर्सी को किया लांच
ADVERTISEMENT