India News (इंडिया न्यूज़), Red Sea: यमन के हौथी विद्रोहियों के एक जहाज पर हमले के बाद जहाज के कई दिनों तक पानी में रहने के बाद लाल सागर में डूब गया है। अधिकारियों ने शनिवार को ये जानकारी दी। बता दें कि यह गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ इजरायल के युद्ध पर उनके अभियान के हिस्से के रूप में पूरी तरह से नष्ट होने वाला पहला जहाज है।
वहीं जानकारी के अनुसार ये जहाज लाल सागर और अदन की खाड़ी को जोड़ने वाले एक महत्वपूर्ण जलमार्ग, बाब अल-मंडेब जलडमरूमध्य पर 18 फरवरी को हमला होने के बाद रूबीमार उत्तर की ओर बह रहा था।
इसके अलावा यमन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार और एक क्षेत्रीय सैन्य अधिकारी ने जहाज डूबने की पुष्टि की। अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बात की क्योंकि जानकारी को प्रकाशन के लिए मंजूरी नहीं दी गई थी।
इस मामले पर रूबीमार के बेरूत स्थित प्रबंधक ने टिप्पणी की है। यमन की निर्वासित सरकार ने कहा कि रूबीमार शुक्रवार देर रात डूब गया क्योंकि तूफानी मौसम ने लाल सागर पर कब्ज़ा कर लिया। हमले के बाद जहाज को 12 दिनों के लिए छोड़ दिया गया था, हालाँकि जहाज को सुरक्षित बंदरगाह तक ले जाने की कोशिश करने की योजनाएँ बनाई गई थीं।
बता दें कि बीते साल अक्टूबर महीने से इजरायल के फिलिस्तीन पर लगातार हमले के बाद कई खाड़ी के मुल्क पश्चिमी देशों से नाराज चल रहे हैं। इसी क्रम यमन के हौथी विद्रोही इजरायल का समर्थन कर रहे पश्चिमी मुल्कों के माल ढ़ोने वाले जहाजों पर हमले कर रहे हैं।
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