India News(इंडिया न्यूज),Red Sea: संयुक्त राज्य अमेरिका ने शुक्रवार को ईरान पर यमन के हुथी विद्रोहियों द्वारा वाणिज्यिक जहाजों पर हमलों में करीबी संलिप्तता का आरोप लगाया, आरोप लगाया कि तेहरान के लिपिक राज्य ने ड्रोन, मिसाइल और सामरिक खुफिया जानकारी प्रदान की है। अमेरिकी खुफिया जानकारी के आधार पर व्हाइट हाउस द्वारा जारी किए गए आरोप, हमलों में ईरान की कथित भूमिका पर संयुक्त राज्य अमेरिका की अब तक की सबसे कड़ी टिप्पणी है।

एड्रिएन वॉटसन का बयान

इसके साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा, “हम जानते हैं कि लाल सागर में वाणिज्यिक जहाजों के खिलाफ अभियान की योजना बनाने में ईरान गहराई से शामिल था। “यह क्षेत्र में हूतियों की अस्थिर करने वाली कार्रवाइयों के लिए ईरान के दीर्घकालिक भौतिक समर्थन और प्रोत्साहन के अनुरूप है। इसके साथ ही वॉटसन ने कहा कि, “हमारे पास यह मानने का कोई कारण नहीं है कि ईरान हौथिस को इस लापरवाह व्यवहार से रोकने की कोशिश कर रहा है।”

जहाजों को बार-बार बनाया जा रहा निशाना

मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, ईरान समर्थित हूतियों ने महत्वपूर्ण शिपिंग लेन में जहाजों को बार-बार हमलों से निशाना बनाया है, उनका कहना है कि वे गाजा में फिलिस्तीनियों के समर्थन में हैं, जहां इज़राइल आतंकवादी समूह हमास से लड़ रहा है। संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके सहयोगियों ने हमलों को रोकने के लिए काम किया है और पेंटागन ने हाल ही में लाल सागर शिपिंग की सुरक्षा के लिए 20 से अधिक देशों के गठबंधन की घोषणा की है।

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