इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : अमेरिका में मुद्रास्फीति के आंकड़े अनुमान से कम रहने से बाजार को बल मिला है, जिसके कारण डॉलर के मुकाबले आज रुपये में एक दिन में 4 साल की सबसे बड़ी तेजी देखने को मिली है। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 80.78 के स्तर पर बंद हुआ। आपको बता दें, रुपया बीते 7 महीने के ऊपरी स्तर पर पहुंच चुका है। अमेरिकी सीपीआई आंकड़ों में नरमी और डॉलर सूचकांक में गिरावट से निवेशकों की धारणा मजबूत हुई, शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 62 पैसे की तेजी के साथ 80.78 पर बंद हुआ।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती और विदेशी पूंजी के प्रवाह से बाजार धारणा और मजबूत हुई है। आपको बता दें, इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में, रुपया 80.76 पर खुला और 80.58 के इंट्रा-डे हाई और ग्रीनबैक के मुकाबले 80.99 के निचले स्तर को छूने के बाद अंत में यह 62 पैसे की तेजी के साथ 80.78 प्रति डॉलर पर बंद पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 81.40 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक के मुताबिक
बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार में तेजी के रुख तथा विदेशी निवेशकों के सतत निवेश के कारण भी रुपये को समर्थन मिला। शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक, अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘कमजोर अमेरिकी डॉलर और घरेलू बाजारों में तेजी के कारण भारतीय रुपये में मजबूती आई. निरंतर विदेशी निवेश बढ़ने के कारण भी रुपये को समर्थन मिला।’’ हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में तेजी ने रुपये की बढ़त पर अंकुश लगा दिया। इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की कमजोरी या मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.82 प्रतिशत घटकर 107.31 रह गया। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 2.56 प्रतिशत बढ़कर 96.07 डॉलर प्रति बैरल हो गया। वहीं बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,181.34 अंक की तेजी के साथ 61,795.04 अंक पर बंद हुआ। यही नहीं शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने बृहस्पतिवार को 36.06 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।