India News (इंडिया न्यूज), Russia: ताइवान के मतदाताओं ने सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (डीपीपी) के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार लाई चिंग-ते को भारी बहुमत मिलने के बाद रूस के विदेश मंत्रालय की तरफ से प्रतिक्रिया सामने आई है। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने शनिवार को कहा है कि, मॉस्को ताइवान को चीन के अभिन्न अंग के रूप में हमेशा से देखता आया है।
ज़खारोवा ने क्या कहा?
बता दें कि, ज़खारोवा, जिन्होंने एक बयान में रूस के रुख को निर्धारित किया था। ताइवान के मतदाताओं के द्वारा सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (डीपीपी) के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार लाई चिंग-ते को सत्ता में लाने के बाद यह बात कर रहे थे, जिन्होंने उन्हें अस्वीकार करने के लिए चीनी दबाव को दृढ़ता से खारिज कर दिया था।
विलियम लाई फिर से बने राष्ट्रपति
वहीं, विलियम लाई चिंग-ते ने कहा कि, “मैं हमारे लोकतंत्र में एक नया अध्याय लिखने के लिए ताइवान के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं। हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बता रहे हैं कि लोकतंत्र और अधिनायकवाद के बीच, हम लोकतंत्र के पक्ष में खड़े रहेंगे। उन्होंने आगे कहा, “ताइवान के लोगों ने इस चुनाव को प्रभावित करने वाली बाहरी ताकतों के प्रयासों का सफलतापूर्वक विरोध किया है।” आगे वह जोर देते हुए कहा कि, “हम ताइवान को चीन से लगातार मिल रही धमकियों से बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। संतुलित तरीके से कार्रवाई करूंगा और जलडमरूमध्य में यथास्थिति बनाए रखूंगा।”
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