संबंधित खबरें
पहली ही मुलाकात में नार्वे की राजकुमारी के बेटे ने 20 साल की लड़की से किया रेप, फिर जो हुआ…सुनकर कानों पर नहीं होगा भरोसा
‘ICBM मिसाइल हमले पर चुप रहना’, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रूसी प्रवक्ता को किसने फोन पर कही ये बात? माइक ऑन रहने पर पूरी दुनिया के सामने खुल गई पुतिन की पोल
क्या नेतन्याहू और इजरायल के पूर्व रक्षा मंत्री होंगे गिरफ्तार? इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने जारी किया ये फरमान, सुनकर हिल गई पूरी दुनिया
पुतिन ने दो बार खाई मार…दर्द से चीख पड़ा भारत का दोस्त, अब यूक्रेन पर पहली बार फेंका ऐसा ब्रह्मास्त्र, कांपेंगी 7 पुश्तें
भारत के इस लाल ने अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से की बात, एलन मस्क भी हुए कॉल में शामिल, जाने क्या है पूरा मामला
विश्व युद्ध हुआ तो ये एडवांस सैन्य ड्रोन मचाएंगे तबाही, इन देशों के पास है ये ब्रह्मास्त्र, जानें भारत का क्या हाल?
India News (इंडिया न्यूज), Russia Ukraine War: यूक्रेन के साथ चल रहे संघर्ष के दौरान रूस में हरियाणा के 22 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई है। रिपोर्ट के अनुसार, मृतक राज्य के कैथल जिले के मटौर गांव का रवि मौन पांच महीने से लापता था। मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास ने रवि मौन के परिवार को भेजे संदेश में उसकी मौत की पुष्टि की है। हालांकि, इसमें यह नहीं बताया गया कि उसकी मौत किन परिस्थितियों में हुई। परिवार ने आरोप लगाया है कि उसे यूक्रेन के खिलाफ लड़ने के लिए मजबूर किया गया था।
दूतावास ने शव को परिवार को सौंपने के लिए पहचान के तौर पर उसकी मां की डीएनए रिपोर्ट मांगी है। लेकिन चूंकि रवि की मां की पहले ही मौत हो चुकी है और पिता बीमार हैं, इसलिए उसका भाई अजय डीएनए टेस्ट के लिए आगे आया है, रिपोर्ट में कहा गया है। 27 जुलाई को अजय ने मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास को एक ई-मेल लिखा जिसमें उसने बताया कि रवि 23 जनवरी 2024 को अपने गांव के छह अन्य युवकों के साथ रोजगार की तलाश में विदेश गया था। परिवार ने हरियाणा में अपनी जमीन बेचकर रवि को रूस भेजने के लिए 11.5 लाख रुपये खर्च किए।
अजय ने कई मीडिया रिपोर्ट्स में कहा, “एजेंट ने उसे रूस में ड्राइवर की नौकरी दिलाने का भरोसा दिया था। लेकिन उसे रूस-यूक्रेन युद्ध में भाग लेने के लिए मजबूर किया गया। आखिरी बार हमने रवि से 12 मार्च को बात की थी।” उन्होंने कहा, “इसके बाद वह लापता हो गया।” परिवार ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय विदेश मंत्रालय से संपर्क किया था, जिसने रूसी अधिकारियों से संपर्क किया।
परिवार ने आरोप लगाया कि रवि को रूसी सेना में भर्ती किया गया था और उन्होंने वर्दी में उसकी तस्वीरें देखीं। अजय ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “रूसी सेना ने रवि को यूक्रेन की सेना से लड़ने के लिए अग्रिम मोर्चे पर जाने या 10 साल की जेल का सामना करने के लिए मजबूर किया।” परिवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि रवि का शव जल्द से जल्द भारत लाया जाए।
America: अमेरिका से 2.5 लाख युवा हो सकते हैं बेघर, भारतीयों की इसमे बड़ी संख्या
यह रिपोर्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में मास्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अपनी बैठक के दौरान रूसी सेना में कार्यरत भारतीय नागरिकों का मुद्दा उठाए जाने तथा उनकी शीघ्र रिहाई की मांग किए जाने के कुछ दिनों बाद आई है। इसके बाद रूस ने कथित तौर पर रूसी सेना में कार्यरत सभी भारतीयों को बर्खास्त करने तथा उनकी वापसी की सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया था। जून में विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन के साथ युद्ध में रूसी सेना में भर्ती हुए दो भारतीयों की मौत की पुष्टि की थी। मार्च में सूरत और हैदराबाद के दो और भारतीय नागरिक भी युद्ध के दौरान मारे गए थे।
विदेश में पढ़ाई करना क्यों बन रहा ‘जानलेवा’, 5 सालों में भारतीय छात्रों की मौत का आंकड़ा डरावना
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.