इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : एक तरफ पूरी दुनिया नए साल का जश्न मनाने में जुटी हुई है वहीं दूसरी ओर यूक्रेन की राजधानी पर रूस ने फिर से अटैक किया है। मामलूम हो , राजधानी कीव में एक के बाद एक 10 बड़े धमाके सुनाई दिए हैं। इस हमले के बाद पूरे देश में एयर रेड साइरन बजाए गए। खतरे को भांपते हुए यह साइरन पूरे देश में बजाए गए हैं। एक स्थानीय अधिकारी ने लोगों को चेतावनी जारी की है और बताया है कि मिसाइल के खतरों से बचने के लिए सभी कवर ले लें।
इसी बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने एक वीडियो मैसेज जारी किया है। रूसी स्टेट मीडिया पर दिखाए गए इस मैसेज में कहा गया है कि, ‘ पश्चिमी देश रूस को मिटाने के लिए यूक्रेन को एक टूल की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन रूस नहीं झुकेगा।’ यह वीडियो न्यू ईयर मैसेज के तौर पर जारी किया गया था। व्लादिमिर पुतिन ने कहा है कि रूस अपनी मतृभूमि को बचाने के लिए यूक्रेन में जंग लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि वह अपने देश की जनता की ‘सच्ची स्वतंत्रता’ को सुरक्षित करने के लिए जंग लड़ रहे हैं. पुतिन ने यह मैसेज रूसी मिलेट्री के जवानों के सामने शूट किया था।
जानकारी दें, यूक्रेन में युद्ध के बावजूद कुछ परिवारों को नए साल के मौके पर फिर से एक दूसरे से मिलने का मौका मिलेगा। यू्क्रेन में बड़ी संख्या में लोग रूसी बमबारी और बिजली तथा पानी की कमी से जूझ रहे हैं और नये साल का जश्न यहां फीका रहेगा क्योंकि 10 महीने पहले रूस द्वारा शुरू किया गया युद्ध जारी है।
शनिवार की सुबह कीव के केंद्रीय रेलवे स्टेशन पर, अपनी वर्दी में माइकयटा गुलाब के गुलदस्ते के साथ अपनी पत्नी वेलेरिया के पोलैंड से आने के लिए प्लेटफॉर्म 9 पर इंतजार कर रहा था। उन्होंने अपनी पत्नी को छह महीने से नहीं देखा था। वेलेरिया को गले लगाने और चूमने के बाद उन्होंने एसोसिएटेड प्रेस को बताया, ‘यह वास्तव में बहुत कठिन था, आप जानते हैं, इतना लंबा इंतजार करना।’
ज्ञात हो, यूक्रेन में दस महीने से जारी युद्ध के बीच इस बात के पर्याप्त प्रमाण मिले हैं कि रूसी सैनिकों ने युद्ध भूमि में आचरण और नागरिकों के साथ बर्ताव संबंधी अंतरराष्ट्रीय कानूनों की धज्जियां उड़ाते हुए पूर्ण युद्ध छेड़ रखा है। यूक्रेन अभी रूस के संभावित युद्ध अपराधों के 58 हजार से अधिक मामलों की जांच कर रहा है, जिनमें हत्या, अपहरण, अंधाधुंध बमबारी और यौन हमलों से जुड़े मामले शामिल हैं।
द एसोसिएटेड प्रेस और फ्रंटलाइन की रिपोर्ट में स्वतंत्र रूप से 600 से अधिक ऐसे मामलों की पहचान की गई है, जिनमें युद्ध कानूनों का उल्लंघन किए जाने के संकेत मिलते हैं। इनमें से कुछ मामले सैकड़ों नागरिकों का नरसंहार करने वाले हमलों से जुड़े हैं।
Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.