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कहर या करिश्मा, बर्फ से ढका पूरा रेगिस्तान, सऊदी अरब में 30 साल बाद बर्फबारी; जानें क्या है वजह

Snowfall In Saudi Arabia: सऊदी अरब के मौसम में बड़ा बदलाव आया है. सऊदी असामान्य रूप से तेज सर्दियों का अनुभव करने के बाद बर्फबारी देख रहा है।

Written By: Divyanshi Singh
Last Updated: 2025-12-23 11:22:04

 Snowfall In Saudi Arabia : सऊदी अरब जो चिलचिलाती गर्मी और बड़े रेगिस्तानी इलाकों के लिए जाना जाता है. वहां कुछ ऐसा हुआ है जिसे देख हर कोई हैरान रह गया है. बता दें बहुत ज़्यादा कड़ाके की सर्दी झेलने के बाद, सऊदी अरब में बर्फबारी हो रही है. भारी बारिश और तेज़ी से गिरते तापमान ने लोगों को हैरान कर दिया है. सऊदी रेगिस्तान में फैली बर्फ की सफेद चादर को आम लोग और मौसम के जानकार दोनों ही हैरानी से देख रहे हैं. इस घटना ने क्लाइमेट चेंज की वजह से मौसम में हो रहे बदलावों की ओर ध्यान खींचा है.

रेगिस्तानी देश ठंडा हुआ

उत्तरी सऊदी अरब में अचानक बर्फबारी हुई जिससे तबुक प्रांत में पहाड़ों का रंग-रूप काफी बदल गया. जेबेल अल-लॉज़ पर ऊंचाई वाली जगह ट्रोजेना जो लगभग 2600 मीटर ऊंची है. हल्की बारिश के साथ बर्फ से ढक गई. हेल ​​रीजन के कुछ हिस्सों में जिसमें हेल शहर के आस-पास के इलाके भी शामिल हैं बर्फबारी हुई . बता दें कि

शून्य डिग्री नीचे चला गया टेम्परेचर

मिडिल ईस्ट के इस देश में यह बहुत कम होता है. सुबह-सुबह कुछ जगहों पर टेम्परेचर  शून्य डिग्री से नीचे चला गया. जिससे ऊंची जगहों पर बर्फ जमने के लिए अच्छे हालात बन गए. कई इलाकों में कोल्ड वेव के साथ भारी बारिश हुई. बीर बिन हरमास, अल-आयना, अम्मार, अलउला गवर्नरेट, शकरा और उसके आस-पास के इलाकों में हल्की से मीडियम बारिश रिकॉर्ड की गई जबकि रियाद, कासिम और पूर्वी इलाके के कुछ हिस्सों में मीडियम से भारी बारिश हुई.

अचानक कोल्ड वेव क्यों?

नेशनल सेंटर फॉर मेटियोरोलॉजी (NCM) के मुताबिक रियाद के उत्तर में अल-मजमाह और अल-घाट में भी बर्फबारी देखी गई जहां खुली जगहों और ऊंचे इलाकों में बर्फ जम गई. NCM के ऑफिशियल स्पोक्सपर्सन हुसैन अल-कहतानी ने कहा कि ये हालात सेंट्रल और उत्तरी इलाकों में ठंडी हवा के आने और बारिश वाले बादलों के संपर्क में आने की वजह से बने.

उन्होंने कहा कि उत्तर और मध्य के कुछ हिस्सों में तापमान कम रहने की उम्मीद है. अधिकारियों ने लोगों से सावधानी से गाड़ी चलाने और बाढ़ की संभावना वाली घाटियों से बचने की अपील की है.

वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल 

जैसे ही बर्फ से ढके सऊदी पहाड़ों की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से फैल रहे थे, इस नज़ारे को देखने के लिए अल-मजमा और अल-घाट में भीड़ जमा हो गई. खराब मौसम को देखते हुए, राजधानी में अधिकारियों ने पिछले हफ़्ते एहतियात के तौर पर सभी स्कूलों को रिमोट लर्निंग पर शिफ्ट कर दिया.

एटमोस्फेरिक कंडीशन

हालांकि मौसम विज्ञानी इस घटना को खास एटमोस्फेरिक कंडीशन की वजह मानते हैं, लेकिन ऐसी गड़बड़ियों की बढ़ती संख्या यह सवाल उठा रही है कि क्लाइमेट चेंज कैसे जाने-पहचाने मौसम के पैटर्न को बदल रहा है, यहां तक ​​कि उन इलाकों में भी जहां लंबे समय से गर्मी और सूखा रहा है.सऊदी में कभी-कभार होने वाली बर्फबारी ने मौसम में बढ़ते बदलाव के बारे में बातचीत को फिर से शुरू कर दिया है, जो हाल के महीनों में कई इलाकों में कई बार देखा गया है.

यूनाइटेड अरब अमीरात (UAE) में अचानक सर्दियों की बारिश, साउथ एशिया में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी, आमतौर पर सूखे रहने वाले मिडिल ईस्ट के इलाकों में अचानक बाढ़, और यूरोप और नॉर्थ अफ्रीका के कुछ हिस्सों में अजीब तरह से बर्फबारी, इन सबने दिखाया है कि क्लाइमेट चेंज की वजह से दुनिया भर में मौसम कैसे अजीब होता जा रहा है.

दुनिया भर में रेगिस्तानों में बर्फ़बारी कितनी कम होती है?

रेगिस्तानों में बर्फ़बारी आम नहीं है, लेकिन पहले कभी नहीं हुई. दुनिया के कुछ रेगिस्तानों में जहां बर्फ़बारी हुई है उनमें सहारा रेगिस्तान (अल्जीरिया, 1979 और 2018), चिली में अटाकामा रेगिस्तान और यूनाइटेड स्टेट्स में मोजावे रेगिस्तान के कुछ हिस्से शामिल हैं.

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