India News (इंडिया न्यूज), Singapore Wealth: भारत में विकास की राह में अत्यधिक जनसंख्या को सबसे बड़ी बाधाओं में से एक माना जाता है। आज हम दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाले देश हैं। हमने चीन को भी पीछे छोड़ दिया है। भारत में जनसंख्या घनत्व 488 प्रति किमी है। दरअसल, नीति निर्माताओं का एक बड़ा वर्ग मानता है कि अधिक जनसंख्या के कारण सरकार हर नागरिक की ज़रूरतों को पूरा नहीं कर पाती है। वहीं एक ऐसा देश भी है जहां की जनसंख्या भारत से करीब 17 गुना ज़्यादा घनी है। यहाँ प्रति वर्ग किमी 8,332 लोग रहते हैं। लेकिन, संपत्ति के मामले में यह दुनिया में सबसे ऊपर है। वहां प्रति व्यक्ति आय करीब एक लाख अमेरिकी डॉलर है, यानी सालाना करीब 84 लाख रुपए हैं।
दरअसल, सिंगापुर की बात कर रहे हैं। सिंगापुर दक्षिण पूर्व एशिया का एक महत्वपूर्ण देश है। पीएम नरेंद्र मोदी एक बार फिर 4 और 5 सितंबर को सिंगापुर के दौरे पर जा रहे हैं। कुल 700 वर्ग किलोमीटर में फैले इस देश की आबादी सिर्फ 56 लाख है। लेकिन, संपत्ति के मामले में यह देश दुनिया को आईना दिखाता है। प्रति व्यक्ति आय के मामले में यह दुनिया में दूसरे नंबर पर है। पीएम मोदी ने 2015 में भी सिंगापुर का दौरा किया था। चीन के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला करने के लिए भारत लगातार दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ अपने संबंधों को मजबूत कर रहा है।
बता दें कि, भारत और सिंगापुर के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं। दोनों देशों के बीच कई रणनीतिक समझौते हुए हैं। सिंगापुर एक ऐसा देश है जिसे दुनिया के नक्शे पर ढूँढ़ना भी मुश्किल है। लेकिन, आज यह दुनिया की कई बड़ी कंपनियों का हब है। भारत के मुकाबले यह देश बहुत युवा है। इसने बहुत कम समय में अपनी विकास गाथा लिखी है। इतना छोटा देश होने के बावजूद सिंगापुर आज भारत का छठा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। पिछले वित्त वर्ष में भारत में सबसे ज्यादा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश सिंगापुर से आया था। यह रकम 11.77 अरब डॉलर थी। ऐसी खबरें हैं कि पीएम मोदी की सिंगापुर यात्रा के दौरान सेमीकंडक्टर को लेकर दोनों देशों के बीच कोई बड़ा समझौता हो सकता है।
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