India News(इंडिया न्यूज),South Korea: उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच का विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है। जिसके बाद दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरियाई हैकरों पर लेजर हथियार प्रणाली और महत्वपूर्ण दक्षिण कोरियाई रक्षा रहस्यों के बारे में वर्गीकृत विवरण चुराने का आरोप लगाया है। जानकारी के लिए बता दें कि, कथित हैकिंग को एंडारियल नामक उत्तर कोरियाई हैकर समूह द्वारा अंजाम दिया गया था, जिसने कथित तौर पर दक्षिण कोरिया में रक्षा और अनुसंधान संगठनों के पर्याप्त डेटा तक अनधिकृत पहुंच प्राप्त की थी।
रिपोर्ट में ये बातें आई सामने
वहीं इस मामले से जुड़े रिपोर्ट की बात करें तो इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट में बताया गया कि, हैकरों ने कथित तौर पर 14 संस्थाओं को प्रभावित करने वाले एक अनधिकृत उल्लंघन में 1.2 टेराबाइट डेटा, जिसमें उन्नत विमान-विरोधी हथियार के बारे में विवरण शामिल थे, को चुरा लिया। जिसके बाद सियोल मेट्रोपॉलिटन पुलिस एजेंसी और अमेरिकी संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) समूह द्वारा डेटा उल्लंघन की सीमा का आकलन करने के लिए सहयोग कर रहे हैं।
अवैध रूप से डाटा हासिल करने का आरोप
मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, एंडारियल ने दक्षिण कोरियाई संगठनों से अवैध रूप से 1.2 टेराबाइट डेटा हासिल किया। इसके अतिरिक्त, समूह ने कथित तौर पर फिरौती के रूप में तीन घरेलू और विदेशी कंपनियों से बिटकॉइन में कुल 470 मिलियन वॉन, लगभग 357,000 डॉलर के बराबर की उगाही की।
पहले भी लग चुके है आरोप
जानकारी के लिए बता दें कि, ये कोई पहली बार नहीं है कि, उत्तर कोरियाई हैकरों पर आरोप लगे हो इससे पहले भी उत्तर कोरियाई हैकरों पर साइबर हमलों में फंसाया गया है, जिसके परिणामस्वरूप लाखों डॉलर का लाभ हुआ है, हालांकि प्योंगयांग ने साइबर अपराध में शामिल होने से लगातार इनकार किया है। इस साल की शुरुआत में, द इकोनॉमिस्ट ने बताया कि उत्तर कोरियाई हैकरों ने 2022 में डिजिटल मुद्रा प्लेटफार्मों पर साइबर हमलों के माध्यम से लगभग 1.7 बिलियन डॉलर मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी चुरा ली थी। उन्होंने कथित तौर पर 2021 में लगभग 400 मिलियन डॉलर मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी भी चुरा ली थी।
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