साजिद का एक बेटा और बेटी हैं
साजिद आखिरी बार भारत कब आया था?
भारत में साजिद के रिश्तेदारों के अनुसार, पिछले 27 सालों में उसका अपने परिवार से बहुत कम संपर्क था. ऑस्ट्रेलिया जाने के बाद से वह छह बार भारत आया था. इसके पीछे संपत्ति और अपने बूढ़े माता-पिता से जुड़े पारिवारिक मुद्दे बताए गए.
सूत्रों के मुताबिक, साजिद आखिरी बार 2022 में भारत आया था. कथित तौर पर वह अपने पिता की मौत के समय भी भारत नहीं लौटा था. परिवार का दावा है कि उन्हें साजिद या नवीद के किसी भी कट्टरपंथी विचारों या गतिविधियों के बारे में पता नहीं था. इससे पहले, फिलीपींस के अधिकारियों के हवाले से बताया था कि साजिद अकरम पिछले महीने 1 नवंबर को अपने बेटे नवीद के साथ फिलीपींस गया था. इस यात्रा के दौरान, साजिद ने अपने भारतीय पासपोर्ट का इस्तेमाल किया, जबकि उसके बेटे ने अपने ऑस्ट्रेलियाई पासपोर्ट का इस्तेमाल किया. वे एक महीने से हमले की योजना बना रहे थे.
आतंकवादी फिलीपींस में एक इस्लामिक गढ़ दावो सिटी गए
अधिकारियों के अनुसार, दोनों दक्षिणी फिलीपींस में मिंडानाओ द्वीप पर स्थित दावो सिटी गए थे. मिंडानाओ में फिलीपींस की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी है. इसे एक स्वतंत्र राज्य के लिए लड़ने वाले इस्लामिक आतंकवादी और विद्रोही समूहों का गढ़ माना जाता है. आतंकवादियों के वाहन से इस्लामिक स्टेट के दो झंडे भी बरामद हुए, जो ISIS से उनके संबंध का संकेत देते हैं. आतंकवादी हमले में तीन भारतीय छात्र घायल हुए। सिडनी में हुए आतंकवादी हमले में तीन भारतीय छात्र भी घायल हो गए. शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, इनमें से कम से कम दो छात्रों को फिलहाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
रविवार को सिडनी में एक यहूदी समुदाय के कार्यक्रम में बोलते हुए, प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ ने कहा कि हमलावरों की विचारधारा इस्लामिक स्टेट (ISIS) से प्रभावित थी. उन्होंने कहा कि इस आतंकवादी संगठन से जुड़ी कट्टरपंथी विचारधारा ने उन्हें कट्टरपंथी बना दिया था. अल्बनीज़ ने माना कि इस्लाम की कट्टरपंथी व्याख्या एक गंभीर समस्या है.