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India News(इंडिया न्यूज),America- China relation: चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन को ताइवान के लिए चीन की योजनाओं के बारे में चेतावनी दे चुके हैं। रिपोर्टों के अनुसार, चीनी राष्ट्रपति ने बिडेन से कहा कि पिछले महीने सैन फ्रांसिस्को में शिखर सम्मेलन में ताइवान को मुख्यभूमि चीन के साथ फिर से जोड़ा जाएगा।
बता दें कि दोनों नेता बाली में जी20 शिखर सम्मेलन 2022 के बाद पहली बार सैन फ्रांसिस्को में एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग में मिले। यह बैठक वाशिंगटन और बीजिंग के बीच अशांत संबंधों की पृष्ठभूमि में हो रही है।अब रिपोर्टें सामने आई हैं जिनसे पता चलता है कि शी ने बिडेन से कहा कि चीन की प्राथमिकता ताइवान को यथासंभव शांतिपूर्ण तरीके से लेना होगा और किसी भी बल का उपयोग नहीं करना होगा।
चीनी राष्ट्रपति ने बिडेन को अमेरिकी सैन्य नेताओं द्वारा 2025-2027 तक ताइवान पर कब्ज़ा करने की भविष्यवाणियों के बारे में भी बताया। जिनपिंग ने इन भविष्यवाणियों को संबोधित किया और कहा कि नेता गलत थे क्योंकि चीन ने “पुनर्एकीकरण” के लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की है।
चीनी अधिकारियों ने आगे खुलासा किया कि बिडेन से सार्वजनिक बयान देने का अनुरोध किया गया था कि वह ताइवान के साथ शांतिपूर्ण एकीकरण के चीन के फैसले का समर्थन करता है, जिसे व्हाइट हाउस ने तुरंत खारिज कर दिया। हालाँकि, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने इन खुलासों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।
दक्षिण चीन सागर विवाद की शुरुआत से ही अमेरिका ताइवान और उसकी स्वतंत्रता का समर्थन कर रहा है। ताइवान के लिए अमेरिका का समर्थन भी दोनों प्रमुख देशों के बीच विवाद की एक बड़ी वजह है।
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