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India News (इंडिया न्यूज),Justin Trudeau: भारत और कनाडा के बीच रिश्ते इस समय सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या ने दोनों देशों के बीच दरार पैदा कर दी है और कूटनीतिक विवाद गहरा गया है। इस विवाद में अमेरिका भी कूद पड़ा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने कहा है कि भारत सरकार कनाडा की धरती पर खालिस्तानी समर्थकों की हत्या की जांच में सहयोग नहीं कर रही है। अमेरिका के इस रुख से यह सवाल उठ रहा है कि क्या कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो बुश प्रशासन को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं। अब सवाल यह उठता है कि ट्रूडो ऐसा खेल क्यों खेल रहे हैं? वह जो बाइडेन को धोखा देने की कोशिश क्यों कर रहे हैं? वहीं दूसरी ओर अमेरिका के दूसरी बार राष्ट्रपति चुने गए और पीएम नरेंद्र मोदी के अच्छे दोस्त डोनाल्ड ट्रंप की कनाडा के पीएम ट्रूडो के बारे में बिल्कुल अलग राय है। ट्रंप ने जस्टिन ट्रूडो को फिदेल कास्त्रो का नाजायज बेटा बताया है।
वैसे जस्टिन ट्रूडो के बारे में यह अफवाह सालों से चर्चा में है कि वह क्यूबा के पूर्व नेता फिदेल कास्त्रो के बेटे हैं। हालांकि, इसे कई बार खारिज किया जा चुका है। यह अफवाह जस्टिन की मां मार्गरेट ट्रूडो के 1970 के दशक में हाई-प्रोफाइल सामाजिक जीवन के बारे में अटकलों से उत्पन्न हुई है, जिसके कारण यह निराधार दावा किया गया कि उनका कास्त्रो के साथ संबंध था।
यह अफवाह जस्टिन ट्रूडो और फिदेल कास्त्रो के बीच कथित समानताओं और मार्गरेट ट्रूडो के कास्त्रो के साथ संबंधों के बारे में निराधार दावों पर आधारित है। हालांकि अफवाह का समर्थन करने वाले कुछ अपुष्ट तथ्यों और तस्वीरों का हवाला देते हैं, लेकिन जब उनके दावों को तर्क की कसौटी पर कसा जाता है, तो वे टिक नहीं पाते। जस्टिन ट्रूडो का जन्म 25 दिसंबर 1971 को हुआ था। यह उस समय कनाडा के प्रधानमंत्री पियरे ट्रूडो और मार्गरेट की क्यूबा की आधिकारिक यात्रा से चार साल पहले की बात है। क्योंकि उस यात्रा के दौरान वह पहली बार कास्त्रो से मिली थीं।
ट्रूडो उस समय सामाजिक जीवन में बहुत सक्रिय थीं। उनके रोलिंग स्टोन्स जैसी मशहूर हस्तियों से भी संबंध थे। इसीलिए इस अफ़वाह को एक साज़िश के तौर पर बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है। इन दावों के बावजूद, इस अफ़वाह का समर्थन करने के लिए कोई विश्वसनीय सबूत नहीं है। इसके अलावा, कनाडा सरकार और कई तथ्य-जांचकर्ताओं ने इस अफ़वाह को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि जस्टिन ट्रूडो वास्तव में पियरे ट्रूडो के जैविक पुत्र हैं।
हाल ही में, डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी किताब ‘सेव अमेरिका’ में फिर से इस अफ़वाह को हवा दी है। उन्होंने बिना किसी सबूत के कहा कि “बहुत से लोग कहते हैं” कि जस्टिन ट्रूडो कास्त्रो के बेटे हैं। ट्रंप की टिप्पणियों की कनाडा की प्रमुख हस्तियों ने निंदा की है। इन लोगों में पूर्व सांसद लॉयड एक्सवर्थी और एलन रॉक भी शामिल हैं। उन्होंने ट्रंप से अपनी किताब से इस बयान को हटाने की मांग की है।
पियरे ट्रूडो की सरकार में विदेश मंत्री रहे एक्सवर्थी ने कहा कि इस तरह के निराधार आरोप राजनीतिक विरोधियों को कमज़ोर करने की एक व्यापक रणनीति का हिस्सा हैं। उन्होंने ट्रंप की आलोचना करते हुए कहा कि वे गलत सूचना फैला रहे हैं जो कनाडा के राजनीतिक परिदृश्य को नुकसान पहुंचा सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि वह दूसरे देश के मामलों में हस्तक्षेप कर रहे थे। एक्सवर्थी और रॉक दोनों ने माफ़ी मांगने और ट्रम्प की किताब से अंश हटाने की मांग की। अफ़वाह का खंडन होने के बावजूद, साजिश मुख्य रूप से फ्रिंज समूहों और सोशल मीडिया पर बिना किसी तथ्यात्मक आधार के प्रसारित हो रही है।
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