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India News (इंडिया न्यूज), Trump on BRICS: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार (30 नवंबर) को धमकी दी है कि यदि वे अमेरिकी डॉलर को कमजोर करने के लिए काम करते हैं तो नौ देशों के समूह के खिलाफ 100% टैरिफ लगाए जाएंगे। दरअसल, उनकी यह धमकी तथाकथित BRIC गठबंधन के देशों को थी। जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं। साथ ही तुर्की, अजरबैजान और मलेशिया ने सदस्य बनने के लिए आवेदन किया है और कई अन्य देशों ने इसमें शामिल होने में रुचि दिखाई है। दरअसल अमेरिकी डॉलर वैश्विक व्यापार में अब तक सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली मुद्रा है और इसने अपनी श्रेष्ठता के लिए पिछली चुनौतियों को झेला है। वहीं गठबंधन के सदस्य और अन्य विकासशील देशों का कहना है कि वे वैश्विक वित्तीय प्रणाली पर अमेरिका के प्रभुत्व से तंग हो चुके हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पोस्ट में कहा कि हमें इन देशों से प्रतिबद्धता की आवश्यकता है कि वे न तो नई BRICS मुद्रा बनाएंगे और न ही शक्तिशाली अमेरिकी डॉलर को बदलने के लिए किसी अन्य मुद्रा का समर्थन करेंगे। अन्यथा उन्हें 100% टैरिफ का सामना करना पड़ेगा, और उन्हें शानदार अमेरिकी अर्थव्यवस्था में बेचने से अलविदा कहना चाहिए। दरअसल, अक्टूबर में BRIC देशों के शिखर सम्मेलन में, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका पर डॉलर को हथियार बनाने का आरोप लगाया और इसे बड़ी गलती बताया।
पुतिन ने कहा था कि यह हम नहीं हैं जो डॉलर का उपयोग करने से इनकार करते हैं। लेकिन अगर वे हमें काम नहीं करने देते हैं, तो हम क्या कर सकते हैं? हमें विकल्प तलाशने के लिए मजबूर होना पड़ता है। बता दें कि, रूस ने विशेष रूप से एक नई भुगतान प्रणाली के निर्माण पर जोर दिया है जो वैश्विक बैंक मैसेजिंग नेटवर्क, SWIFT का विकल्प प्रदान करेगी और मास्को को पश्चिमी प्रतिबंधों से बचने और भागीदारों के साथ व्यापार करने की अनुमति देगी।वहीं ट्रंप ने कहा कि कोई संभावना नहीं है कि BRIC वैश्विक व्यापार में अमेरिकी डॉलर की जगह ले लेगा और कोई भी देश जो ऐसा करने की कोशिश करता है, उसे अमेरिका को अलविदा कह देना चाहिए।
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