Uighur Muslims Are Not Safe In China
इंडिया न्यूज, बीजिंग:
दुनिया में चीन एक ऐसा देश है जहां मानव शरीर से अंग निकालने के बाद उन्हें बेचकर लाखों, करोड़ों नहीं बल्कि अरबों रुपए कमाने का धंधा कर रहा है। इस बात की पुख्ता जानकारी हाल ही में चीन से आ रही है। हालांकि चीन पर पहली बार यह आरोप नहीं लग रहे हैं। इससे पहले भी ड्रैगन पर इस तरह के घृणात्मक कार्य करने के आरोप लगते रहे हैं।
दरअसल, चीन उइगर मुस्लिमों व अन्य अल्पसंख्यकों की बढ़ती आबादी को लेकर चिंतित है। इसीलिए चीन में मुस्लिमों पर माओ सरकार ने इतनी प्रतिबंदियां जड़ रखी हैं कि वह अपने धर्म के अनुरूप कार्य करना तो दूर सोचने से भी सहम जाते हैं।
जानकारी के मुताबिक चीन ने जनसंख्या नियंत्रण के नाम पर इस समय करीब डेढ़ लाख उइगरों को कैद किया हुआ है। इनके लिवर-किडनी सहित महत्वपूर्ण अंग निकाल कर अरबों रुपए की कालाबाजारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि एक स्वस्थ लीवर की कीमत चीन को करीब 1.20 करोड़ मिलती है।
यह कृत्य चीन के डिटेंशन सेंटरों से किया जा रहा है। इसको लेकर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने ईसाइयों, मुसलमानों सहित उइगर व अन्य अल्पसंख्यकों को लेकर चिंता जारिह की थी। वहीं तिब्बत और शिनजियांग पर चीन अपनी संस्कृति थोप कर उनकी धार्मिक पहचान को नष्ट कर देना चाहता है। इसीलिए चीन का पूरा ध्यान अब इन्हीं दो जगहों पर केंद्रित है।
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