ADVERTISEMENT
होम / विदेश / Bangladesh को लगी हिंदुओं की बद्दुआ, भारत के बाद ये विदेशी ताकत खोलेगी यूनुस सरकार की पोल

Bangladesh को लगी हिंदुओं की बद्दुआ, भारत के बाद ये विदेशी ताकत खोलेगी यूनुस सरकार की पोल

BY: Raunak Pandey • LAST UPDATED : September 17, 2024, 11:11 am IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

Bangladesh को लगी हिंदुओं की बद्दुआ, भारत के बाद ये विदेशी ताकत खोलेगी यूनुस सरकार की पोल

UNHRC On Bangladesh Violence: Bangladesh को लगी हिंदुओं की बदुआ

India News (इंडिया न्यूज), UNHRC On Bangladesh Violence: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार निगरानी संस्था की एक तथ्यान्वेषी टीम पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और उसके बाद सरकार में बदलाव के बाद अल्पसंख्यकों और अन्य लोगों के खिलाफ हिंसा की जांच करने के लिए बांग्लादेश की राजधानी ढाका पहुंची है। नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में कार्यभार संभालने के कुछ सप्ताह बाद भी हिंदू अल्पसंख्यक समूह बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में अपने समुदाय के सदस्यों के खिलाफ अत्याचारों की लगातार रिपोर्ट कर रहे हैं। जमात-ए-इस्लामी और इसी तरह के वैचारिक चरमपंथी समूहों के उदय की भी खबरें हैं। वहीं हिंसा के आरोपों की जांच के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) एक महीने तक बांग्लादेश में रहेगी।

ढाका पहुंची यूएन की टीम

बता दें कि, हिंदू अल्पसंख्यक समूह संयुक्त राष्ट्र प्रतिनिधिमंडल से संपर्क स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। बंगबंधु फाउंडेशन की ओर से, उन्होंने प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक का अनुरोध किया है। समूहों ने इंडिया टुडे को बताया कि वे प्रतिनिधिमंडल से मिलेंगे और 1 जुलाई से 5 अगस्त तक हत्याओं, बर्बरता और सार्वजनिक और निजी दोनों संपत्तियों को जलाने के सबूत पेश करेंगे। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को एक पत्र भी लिखा है। जिसमें कहा गया है कि बड़े पैमाने पर हत्याएं हुई हैं और हिंदू समुदायों के पूजा स्थलों और आवासों में तोड़फोड़ की गई है।

शेख हसीना की जानी दुश्मन के अरमानों पर फिरा पानी, मोहम्मद युनूस के इस कदम से बांग्लादेश की मुख्य विपक्षी पार्टी को लगा जोर का करंट

शेख हसीना ने इस्तीफा के बाद छोड़ दिया था देश

बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना ने 5 अगस्त को इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर भाग गईं, क्योंकि सरकार विरोधी प्रदर्शनों के चरम पर एक हिंसक भीड़ ने उनके आवास को निशाना बनाया था। इसके बाद, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी द्वारा समर्थित लोगों द्वारा पूरे देश में उनकी अवामी लीग के सदस्यों और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया। हिंदुओं को निशाना बनाए जाने के कई मामले भी सामने आए। वहीं 8 अगस्त को मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार ने कार्यभार संभाला। जिसने शांति बहाल करने का वादा किया और अल्पसंख्यकों पर हिंसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया।

नवंबर में दिल्ली में विधानसभा चुनाव कराना नामुमकिन, जानिए नियम और क्यों अटक रहा है मामला?

Tags:

BangladeshBangladesh Nationalist PartyDhakahuman rightsindianewslatest india newsNewsindiaSheikh Hasinatoday india newsइंडिया न्यूज

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT