India News(इंडिया न्यूज),Moscow Threat: नाटो देश रूस के खिलाफ सीधी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं बल्कि यूक्रेनी सेना को हथियारों से मदद कर रूस के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं। लेकिन अब रूस पर देश के भीतर से भी हमला हो सकता है। खबरों के मुताबिक रूस की राजधानी मॉस्को में बड़ा हमला होने वाला है। रूस में इस साल राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। खबरों की मानें तो चरमपंथी संगठन इन चुनावों से पहले रूसी राजधानी को दहलाने की योजना बना रहे हैं। रूस में राष्ट्रपति चुनाव से पहले अमेरिकी दूतावास ने मॉस्को पर हमले को लेकर बड़ी चेतावनी दी है। अमेरिकी दूतावास के मुताबिक मॉस्को पर चरमपंथी समूहों की ओर से बड़ा हमला हो सकता है।
15-17 मार्च को होंगे चुनाव
रूस में इसी महीने 15 मार्च को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। युद्धग्रस्त रूस कई समस्याओं से जूझ रहा है। अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण जहां रूस की अर्थव्यवस्था अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है, वहीं युद्ध के लंबा खिंचने से देश के अंदर भी पुतिन के खिलाफ आवाजें उठने लगी हैं। रूस के चरमपंथी समूह इस मौके का फायदा उठा सकते हैं। अमेरिकी दूतावास ने अपने अहम इनपुट से दावा किया है कि रूस की राजधानी मॉस्को में बड़ा हमला हो सकता है। दावे में यह भी कहा गया है कि चरमपंथी समूह मॉस्को के भीड़भाड़ वाले इलाकों को निशाना बना सकते हैं।
पुतिन का 24 साल तक शासन
रूस में चुनाव होते रहते हैं लेकिन पुतिन वहां 24 साल से सत्ता पर काबिज हैं। रूसी कानून के मुताबिक 21 साल की उम्र का कोई भी रूसी नागरिक चुनाव में उम्मीदवार हो सकता है। लेकिन इस चुनाव में भी पुतिन के सत्ता छोड़ने की कोई उम्मीद नहीं है। कुछ लोग पुतिन की छवि को तानाशाही वाली बता रहे हैं। हाल ही में रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की विधवा यूलिया नवलनाया ने रूस के लोगों से चुनाव के दौरान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया था।
क्या है यूक्रेन-रूस युद्ध की स्थिति?
युद्ध को 2 साल से ज्यादा समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक इस युद्ध में मारे गए रूसियों और यूक्रेनियों की संख्या करीब 5 लाख है। इसके अलावा यूक्रेन के लाखों लोग अपने घरों से विस्थापित हो गए हैं। मौजूदा हालातों को देखते हुए फिलहाल युद्ध रुकने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
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