India News(इंडिया न्यूज), Vijaypat Singhania : विजयपत सिंघानिया ने कहा कि उनके बेटे द्वारा उन्हें घर बुला कर फोटो खींचने का मकसद सिर्फ मीडिया को कड़ा संदेश भेजना था । विजयपत सिंघानिया को अपने बेटे को घर बुलाने के पीछे के “असली मकसद” पर पहले से ही संदेह था। विजयपत सिंघानिया ने 2015 में रेमंड ग्रुप के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। आपको बता दें, उन्होने अपने साथ किसी भी सुलह से इनकार किया है, लेकिन विजयपत सिंघानिया ने बताया कि उनके बेटे ने फोटो खींचने और मीडिया को कड़ा संदेश भेजने के गलत मकसद से उन्हें घर बुलाया था।
जानें क्या हैं पूरा मामला
श्री सिंघानिया (वरिष्ठ) ने कहा कि उनके बेटे के सहायक ने उन्हें 20 मार्च को फोन किया और घर बुलाया। उनके मना करने पर उनके बेटे गौतम स्क्रीन पर आए और उन्हें कॉफी के लिए अपने घर आने के लिए मनाया। उन्होंने कहा कि वह अनिच्छा से सहमत हुए। उन्होंने कहा, “इसके तुरंत बाद, मुझे इंटरनेट पर गौतम के साथ अपनी तस्वीर के साथ संदेश मिलने लगे, जिसमें दावा किया गया कि गौतम और मैंने सुलह कर ली है, जो पूरी तरह से गलत था।” उन्होंने कहा कि निमंत्रण न तो कॉफी के लिए था और न ही अपने मतभेदों को सुलझाने के लिए था और उन्होंने इसके पीछे के “असली मकसद” पर संदेह जताया।
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आगे उन्होनें ये भी बताया कि, “10 साल में यह पहली बार है कि मैंने जेके हाउस में प्रवेश किया है और मुझे नहीं लगता कि मुझे दोबारा इसमें प्रवेश करना पड़ेगा।” 85 साल के विजयपत सिंघानिया ने 2015 में रेमंड ग्रुप की कमान अपने बेटे गौतम को सौंप दी थी और 2015 में चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद दोनों के रिश्ते में खटास आ गई थी। 2018 में उन्हें रेमंड के एमेरिटस चेयरमैन पद से भी हटा दिया गया था।