India News (इंडिया न्यूज़), Vladimir Putin, दिल्ली: यूक्रेनी अनाज की सुरक्षित बिक्री की गारंटी देने वाल काला सागार अनाज समझौते से हटने के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पहली बार अपना बयान दिया है। क्रेमलिन के बेबसाइट पर लिखे लेख के अनुसार, पुतिन ने कहा कि समझौता अंततः अपना अर्थ खो चुका था और इसका कोई महत्व नहीं रह गया था।

  • पहली बार बोले पुतिन
  • जुलाई 2022 में हुआ था
  • यूक्रेन ने साधा निशाना

पुतिन ने कहा, “अनाज सौदे अपने मानवीय उद्देश्य को उचित नहीं ठहराती और उसने अपना अर्थ खो दिया है।” काला सागर अनाज समझौता रूस-यूक्रेन-तुर्की औऱ संयुक्त राष्ट्र के बीच जुलाई 2022 में किया गया था। युद्ध के बावजूद समझौते ने वैश्विक खाद्य संकट को कम करने में मदद करने के लिए, यूक्रेन को अपने काला सागर बंदरगाहों से अनाज निर्यात करने की अनुमति दी थी।

भूख का खेल बंद हो

इस समझौते को रूस ने पिछले सप्ताह खत्म कर दिया था। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने घोषणा की कि मॉस्को समझौते की तारीख नहीं बढ़ाएगा। रूस और यूक्रेन, दोनों ने काला सागर में जहाजों की यात्रा के खिलाफ एक-दूसरे को चेतावनी देते हुए कहा है कि इसे संभावित सैन्य माल माना जाएगा। कीव ने मॉस्को पर पलटवार करते हुए कहा कि रूस को दुनिया भर के लोगों के साथ भूख का खेल खेलना बंद करना चाहिए।

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