संबंधित खबरें
कौन हैं ट्रूडो की कुर्सी छीनने वाली अनीता आनंद? भारतीय मूल की ये महिला क्यों है रेस में सबसे आगे…अमेरिका तक हैरान
दुनिया के सबसे ताकतवर देश की संसद में गूंजा गीता का श्लोक, हिन्दुओं का पावर देख दंग रह गए मुसलमान, पाक को लगी मिर्ची
जस्टिन ट्रूडो पर भड़का ये पावरफुल शिख! पूरे देश के सामने लगा दी वाट, देख हैरान रह गए कनाडा के लोग
कौन लेगा जस्टिन ट्रूडो की जगह? ये हैं तीन संभावित दावेदार
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने दिया इस्तीफा, कहा-कनाडा के इतिहास में सबसे लंबे समय तक…, क्या भारत के लिए है खुशखबरी ?
दुनिया के सबसे ताकतवर देश से किम जोंग ने लिया पंगा! बैलिस्टिक मिसाइल दाग मचाई तबाही, ट्रंप लेंगे बदला?
India News, (इंडिया न्यूज),Bangladesh:बांग्लादेश इन दिनों उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है। शेख हसीना की सरकार के गिरने के बाद से ही उनकी पार्टी और कार्यकर्ता निशाने पर हैं। अब बांग्लादेश के चुनाव आयोग ने शेख हसीना के शासनकाल में हुए तीन चुनावों में कथित अनियमितताओं की जांच के आदेश दिए हैं। इस तरह 2014, 2018 और 2024 के विवादित चुनाव जांच के दायरे में आ गए हैं। इन चुनावों में शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी ने एकतरफा जीत हासिल की थी। बांग्लादेश चुनाव आयोग के मुख्य आयुक्त एएमएम नसीरुद्दीन ने देश के 10 क्षेत्रीय चुनाव अधिकारियों को देश में चुनावी गिरावट के कारणों का पता लगाने और उस संबंध में एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
इसके अलावा अधिकारियों को चुनाव सुधारों के बारे में भी विस्तार से बताने को कहा गया है। पिछले तीन आम चुनावों की जांच का यह फैसला ऐसे समय में आया है जब ढाका भारत से हसीना के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है।
अभी तीन दिन पहले ही देश के मुख्य चुनाव आयुक्त नसीरुद्दीन ने कहा था कि शेख हसीना की पार्टी आगामी आम चुनावों में हिस्सा ले सकती है। बेहतर होगा कि देश की सरकार या कोई अदालत पार्टी पर प्रतिबंध न लगाए। जिन तीन चुनावों की विस्तृत जांच की बात की जा रही है, पूरी दुनिया खासकर पश्चिमी देश उन चुनावों को विवादित और धांधली से भरा हुआ मानते हैं। आइए एक-एक करके इन चुनावों को समझते हैं।
देश की मुख्य विपक्षी नेता खालिदा जिया ने 2014 के आम चुनावों का बहिष्कार किया था। इसलिए इस चुनाव में कम से कम 153 सीटों पर बिना मतदान के लोग निर्विरोध चुने गए थे। शेख हसीना की पूरी दुनिया में आलोचना हुई थी। उन्हें एक निरंकुश नेता के तौर पर लिखा जाने लगा था।
इसी तरह 2018 के आम चुनावों में भी धांधली के आरोप लगे थे। इस चुनाव को आधी रात का चुनाव कहा गया था। क्योंकि तब विपक्षी दलों और नेताओं ने दावा किया था कि मतदान से पहले मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ की गई थी। इस चुनाव में बांग्लादेश की मुख्य विपक्षी पार्टी – बीएनपी और उसके सहयोगी दलों को सिर्फ़ सात सीटें मिलीं।
इसी तरह 2024 के आम चुनाव की भी खूब आलोचना हुई। कहा गया कि शेख हसीना की पार्टी – अवामी लीग ने चुनाव को स्वतंत्र और निष्पक्ष दिखाने के लिए डमी उम्मीदवार उतारे। इसलिए ज़्यादातर प्रमुख विपक्षी दलों ने इस चुनाव का बहिष्कार किया और हसीना की अवामी लीग चौथी बार जीतने में कामयाब रही।
पाकिस्तान में होने वाला हा कुछ बड़ा! 2 महीने के लिए धारा 144 लागू, जानें क्या है पीछे की वजह
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.