संबंधित खबरें
पाकिस्तान में आतंकवादियों ने मचाई तबाही, आग के हवाले कर दिया ये फैक्ट्री, मंजर देख कांप गए लोग
कैसे महंगे गिफ्ट देकर भिग मांगने वाले पाकिस्तान के ड्राइवरों ने इस देश की लड़कियों के किया तबाह?कार में ले जाकर रात भर किया ये घिनौना काम, मामला जान कांप जाएगी रूह
ट्रूडो के बाद कुर्सी से उतारे जाएंगे इस देश के प्रधानमंत्री? जिसके बल पर इतरा रहे Trump…वही शख्स हुआ बेकाबू, कुछ बड़ा बोने वाला है
लॉस एंजिल्स में आग के तांडव के बीच सामने आई लोगों की दरिंदगी, की ऐसी घटिया हरकत, लगाना पड़ा कर्फ्यू
कभी दाऊद इब्राहिम का राइट हैंड था छोटा राजन, फिर कैसे बन गया अपने सरगना का जानी दुश्मन, क्यों खाई थी जान से मारने की कसम?
PM Modi ने ट्रंप के साथ ये क्या कर दिया? पता चल गई जिगरी दोस्त की नाराजगी की वजह, जानें शपथ ग्रहण पर क्यों नहीं बुलाया
India News (इंडिया न्यूज),WHO:टीबी या क्षय रोग मानव इतिहास की सबसे पुरानी और जानलेवा बीमारी है। यह बैक्टीरिया से होने वाला ड्रॉपलेट इंफेक्शन है जो संक्रमित व्यक्ति के खांसने और छींकने से फैलता है। यह कितना जानलेवा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले साल इससे 12.5 लाख लोगों की मौत हुई थी।इस संबंध में एक राहत भरी खबर आई है। वह यह कि डब्ल्यूएचओ यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने टीबी के लिए अपनी तरह के पहले टेस्ट को मंजूरी दे दी है। अमेरिकी कंपनी सेफिड द्वारा निर्मित यह एमटीबी/आरआईएफ अल्ट्रा टेस्ट टीबी का निदान करने और एंटीबायोटिक संवेदनशीलता का पता लगाने वाला अपनी तरह का पहला टेस्ट है।
यह पहला टीबी टेस्ट है जो एंटीबायोटिक प्रतिरोध के लिए परीक्षण सहित सटीकता और गुणवत्ता के मामले में डब्ल्यूएचओ द्वारा निर्धारित मानकों को पूरा करता है। दरअसल, डब्ल्यूएचओ के इन मानकों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आवश्यक स्वास्थ्य संबंधी उत्पाद सुरक्षित और प्रभावी होने के साथ-साथ गुणवत्ता मानकों को भी पूरा करते हों।ऐसे में डब्ल्यूएचओ से इस टेस्ट को मंजूरी मिलना यह दर्शाता है कि यह गुणवत्ता के स्तर पर खरा उतरता है। टीबी से जल्द से जल्द निपटने और लोगों की इलाज तक पहुंच को बेहतर बनाने में यह टेस्ट काफी मददगार साबित हो सकता है।
तौर पर जानी जाती हो, लेकिन इसके साथ एक राहत की बात यह है कि इसका इलाज संभव है। इसके बावजूद हर साल होने वाली मौतें चिंता का विषय बनी हुई हैं। आमतौर पर यह बीमारी फेफड़ों को ज्यादा प्रभावित करती है, लेकिन शरीर के कई अन्य अंग भी इससे प्रभावित हो सकते हैं।दूसरी अहम बात यह है कि इस बीमारी से बड़ी संख्या में एचआईवी संक्रमित लोगों की मौत हो रही है। 2023 में वैश्विक स्तर पर करीब 1.08 करोड़ लोग इस बीमारी से प्रभावित हुए। इनमें करीब 60 लाख पुरुष थे, जबकि 36 लाख महिलाएं थीं। इतना ही नहीं, इस बीमारी ने 13 लाख बच्चों को भी अपना शिकार बनाया।
अगर आपके शरीर में दिखें ये लक्षण तो समझ लीजिए बढ़ रहा है आपका कोलेस्ट्रॉल, आज ही हो जाएं सतर्क!
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.