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India News (इंडिया न्यूज), Balasaheb Thackeray Death Anniversary : शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। आज यानी 17 नवंबर को उनकी पुण्यतिथि है। बालासाहेब ठाकरे ने 19 जून 1966 को शिवसेना का गठन किया था। लेकिन अब उनकी पार्टी दो धड़ों में बंट चुकी है। एक धड़े का नेतृत्व एकनाथ शिंदे कर रहे हैं, जबकि दूसरे धड़े का नेतृत्व उद्धव ठाकरे कर रहे हैं। बालासाहेब ठाकरे के बाद उनके बेटे उद्धव ठाकरे पार्टी के मुखिया बने। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उद्धव ठाकरे के अलावा बालासाहेब ठाकरे के दो और बेटे हैं। उद्धव ठाकरे के अलावा बाल ठाकरे के सबसे बड़े बेटे का नाम बिंदुमाधव ठाकरे है। लेकिन 20 अप्रैल 1996 को एक सड़क दुर्घटना में उनकी मौत हो गई थी। उनके बाद जयदेव ठाकरे हैं, जिन्हें आखिरी बार साल 2022 में एकनाथ शिंदे के साथ मंच पर देखा गया था।
जयदेव ठाकरे की अपने पिता बाल ठाकरे और छोटे भाई उद्धव ठाकरे से कभी नहीं बनी। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि शिवसेना के मुखपत्र सामना में एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा था कि ‘वो लड़का एक त्रासदी है।’ 90 के दशक में जयदेव ठाकरे ने अपनी पहली पत्नी को तलाक दे दिया था, जिससे बाल ठाकरे नाराज हो गए थे। इसके बाद जयदेव ने दूसरी शादी स्मिता ठाकरे से की थी।
17 नवंबर 2012 को बालासाहेब ठाकरे का निधन हो गया था। इसके बाद जयदेव ठाकरे उनकी वसीयत के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट चले गए, क्योंकि उसमें जयदेव के नाम कुछ भी नहीं था। बाल ठाकरे ने अपनी ज्यादातर संपत्ति उद्धव ठाकरे और परिवार के दूसरे सदस्यों के नाम कर दी थी। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने मातोश्री की पहली मंजिल स्मिता ठाकरे और उनके बेटे ऐश्वर्या के नाम कर दी थी। जयदेव ठाकरे ने कोर्ट में दावा किया था कि वसीयत लिखते समय बाल ठाकरे की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी और उद्धव ठाकरे ने उन्हें बहला-फुसलाकर संपत्ति अपने नाम करवा ली। हालांकि, साल 2018 में जयदेव ने बिना कोई कारण बताए अपना केस वापस ले लिया था।
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