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इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Central Vista Project : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट (Central Vista Project) के तहत बने नए रक्षा कार्यालय परिसरों का उद्घाटन (inauguration) किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा, आज देश देख रहा है कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के पीछे हम क्या कर रहे हैं। वक्त से पहले डिफेंस कॉम्प्लेक्स को बनाने का काम पूरा हुआ है। पीएम ने कहा, हमने कामकाज की नई शैली अपनाई है। मुझे वर्ष 2014 में आपने सेवा का मौका दिया था। मैं सरकार में आते ही संसद भवन को बनाने का काम शुरू कर सकता था, लेकिन हमने यह रास्ता नहीं चुना। पीएम ने कहा, आजादी के तुरंत बाद जो काम होना चाहिए था, उसे हम आज कर रहे हैं।
सरकार ने देश के दफ्तरों को ठीक करने का बीड़ा उठाया है। सबसे पहले हमने देश के शहीदों को सम्मान देने के मकसद से शहीदी स्मारक बनाना तय किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह नया डिफेंस आॅफिस कॉम्प्लेक्स हमारी सेनाओं के कामकाज को अधिक सुविधाजनक व अधिक प्रभावी बनाने के प्रयासों को और सशक्त करने वाला है। इस दौरान उन्होंने इस प्रोजेक्ट के आलोचकों का घेराव करते हुए कहा कि कुछ लोगों ने भ्रम फैलाने का काम किया है। मोदी ने कहा, आज जब ‘ईज आॅफ लिविंग’ और ‘ईज आॅफ डूइंग बिजनेस’ पर फोकस कर रहे हैं, तो इसमें आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की भी उतनी ही बड़ी भूमिका है। सेंट्रल विस्टा से जुड़ा जो काम आज हो रहा है, उसके मूल में यही भावना है।
पीएम मोदी ने कहा, हम 21वीं सदी के भारत की सैन्य ताकत को हर तरह से मजबूत बनाने में जुटे हैं। एक से एक आधुनिक हथियारों से लैस करने में जुटे है। ऐसे में देश की सुरक्षा से जुड़ा कामकाज दशकों पुराने परिसरों में हो वह कैसे संभव हो सकता है?
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा था कि पुराने रक्षा परिसर इतने जर्जर हो गए थे कि टूटने के कगार पर थे। अब 7,000 से अधिक कर्मचारी और अधिकारी नए परिसर में अच्छी कार्यकारी परिस्थितियों में काम कर सकेंगे। ये परिसर 21वीं सदी की जरूरतों के हिसाब से बने हैं और यहां हर तरह की सुविधाएं भी हैं।
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