किचन में काम करते समय कभी कभी हाथ में गरम तवा छू, जाना कूकर छू, जाना गरम में अचानक से जल जाना आदि हादसों में त्वचा जल जाती है। ऐसे मामले में कई लोग बर्फ या पानी का प्रयोग करते हैं। तो आइए आज के इस लेख में जानते हैं कि जलने के प्रकार कितने। जलने से बचने के क्या हैं उपाय।
बता दें कि जलने पर घरेलू उपचार या पुराने जले का इलाज किया जा सकता है। ये घरेलू उपचार जलने की वजह से पड़ने वाले फफोलों और सूजन से आराम दिलाते हैं।
इस घरेलू उपाय को सेकंड डिग्री बर्न के लिए उपयोग किया जाता है। शहद में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो घाव पर संक्रमण को होने से रोकते हैं और उसे जल्द भरने में मदद करते हैं। शहद के साथ घी का उपयोग करने से उसके फायदे दोगुने हो जाते हैं। घी में वूंड हीलिंग गुण होते हैं, जो घाव को जल्दी ठीक करने में मदद करते हैं और त्वचा की चमक को बढ़ाते हैं। एक बाउल में दोनों सामग्रियों को अच्छी तरह मिला लें। अपनी उंगली की मदद से घी को जली हुई त्वचा पर लगाएं। 15 मिनट के बाद धो लें। पूरी तरह आराम न मिल जाने तक इस प्रक्रिया को दिन में दो से तीन बार दोहराएं।
त्वचा का जलना एक प्रकार की आॅक्सीडेटिव इंजरी होती है और वहां फ्री रेडिकल्स का प्रभाव बढ़ जाता है। जो घाव के दाग का कारण बनते हैं। शहद में एंटीआॅक्सीडेंट गुण होते हैं, जो आॅक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं। साथ ही, जली हुई त्वचा पर शहद के उपयोग से दर्द और जलन में आराम मिलता है और घाव को जल्दी भरने में मदद मिलती है। शहद को जली हुई प्रभावित त्वचा पर लगाएं। इस उपाय को दिन में कम से कम तीन बार करें।
जलने पर उपचार के रूप में टूथपेस्ट का उपयोग फायदेमंद होता है। एक रिसर्च अनुसार जलने से राहत पाने के लिए विकल्प के रूप में टूथपेस्ट का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके साथ यह प्रारंभिक चोट को बढ़ाने की संभावना को भी कुछ हद तक कम करने में मददगार हो सकता है।
विटामिन ई तेल का उपयोग जले हुए क्षेत्र पर उपचार के रूप में किया जाता है। विटामिन ई आॅयल में वुंड हीलिंग और एंटीआक्सीडेंट प्रभाव पाया जाता है। ये दोनों प्रभाव जलने के घाव को सुरक्षा देने के साथ ही घाव भरने की प्रक्रिया को तेज करने में मदद करते हैं।
लगाने का तरीका : जले हुए स्थानों पर विटामिन ई तेल का उपयोग करें। रोजाना इसका उपयोग किया जा सकता है।
बेकिंग सोडा का उपयोग भी जलन की स्थिति को कुछ हद तक कम करने में मदद करता है। बेकिंग सोडा का उपयोग गर्दन और ठुड्डी पर छोटे-छोटे जलने के घाव पर कर सकते हैं। इसके परिणाम में पाया गया कि जलने के प्राथमिक उपचार में बेकिंग सोडा को उपयोगी माना जा सकता है।
कैसे लगाएं : बेकिंग सोडा को पानी में मिलाकर पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को जली हुई प्रभावित त्वचा पर लगाएं। इस उपाय को दिन में कम से कम तीन बार करें।
चाय में टैनिन एसिड नाम का एक तत्व होता है, जो जलने पर घरेलू उपाय की तरह उपयोग किया जाता है। यह घाव को जल्दी भरने में मदद करता है और घाव के निशान को पड़ने से भी रोक सकता है। साथ ही यह दर्द को कम कर सकता है और संक्रमण से बचा सकता है। चाय बनाने के बाद टी बैग को न फेकें। इन्हें ठंडा कर लें और फिर जले हुए क्षेत्र पर लगाएं। चाहें तो एक सफेद बैंडेज की मदद से टी बैग को जली हुई त्वचा पर बांध भी सकते हैं। ध्यान रखें कि बैंडेज को बहुत टाइट न बांधें।
जलने पर घरेलू उपचार करने के लिए नारियल तेल एक कारगर हीलिंग एजेंट के रूप में काम करता है। नारियल का तेल घाव को संक्रमण से बचाकर उसे जल्द भरने में मदद करता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो घाव को जल्दी भरने में सहायता करते हैं।
लगाने की विधि : अपनी उंगलियों की मदद से नारियल तेल को जली हुई त्वचा पर लगाएं। तेल को घाव में अवशोषित होने दें। इस प्रक्रिया को दिन में दो से तीन बार कर सकते हैं। ( Home Remedies For Burns in Hindi)
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