संबंधित खबरें
अगर आपके भी आधार कार्ड में है गड़बड़ी, तो इस तारीख तक करा लें अपडेट, वरना फिर उठाना पड़ेगा नुकसान!
वो पेंटिंग जिसे खरीदते ही डर से थर-थर कांपने लगते हैं लोग, खरीददार को भी बेचने पर कर देती है मजबूर
टोपियों के ऊपर बटन क्यों होता है और इसे क्या कहते हैं? 90 फीसदी लोग नहीं दे पाएंगे इसका जवाब
1 दिसंबर से नियमों में बड़े बदलाव, जानिए कैसे घरों और फाइनेंस पर होगा इसका बड़ा असर?
केवल 45 रुपये बचाकर बन जाएंगे लखपति, LIC की गैम चेजिंग पॉलिसी से बदल जाएगी आपकी जिंदगी
क्या होगा अगर धरती का कचरा अंतरिक्ष में फेंक दिया जाए? वैज्ञानिकों की इस रिपोर्ट को पढ़कर फटी की फटी रह जाएंगी आंखें
इंडिया न्यूज : हल्दी, हम सभी के घरों में रोजाना प्रयोग में लाए जाने वाले मसालों में से एक है। सेहत के लिहाज से इसे काफी फायदेमंद माना जाता है। लेकिन समय के साथ इनमें मिलावट होने लग गई हैं जिसके बारे में हम कुछ उपायों के माध्यम से पता कर सकेंगे । हल्दी में मौजूद औषधीय गुण हमारे शरीर में से संक्रमण से बचाने, अल्जाइमर और कैंसर जैसी बीमारियों का असर कम करने में सहायक होती हैं ।
यह प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देती हैं । पिछले कुछ वर्षों में, मसालों के व्यावसायिक उत्पादन में मिलावट के मामलों में वृद्धि हुई है। यहां तक कि हल्दी, सरसों के तेल, घी जैसे दैनिक खाद्य सामग्री में भी मिलावट देखने को मिल रही है। कई रिपोर्ट्स में पता चलता है कि हल्दी में सिंथेटिक कलर, स्टार्च, चॉक और पीले साबुन आदि की भी मिलावट की जा रही है, जो पेट में पहुंचकर कई तरह की समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
किसी भी औषधी या मसाले से संपूर्ण स्वास्थ्य लाभ तभी पाया जा सकता है जब वह शुद्ध हो। जिस तरह से मिलावट के लिए चॉक, पाउडर और रसायनों को प्रयोग में लाया जाता रहा है, ये काफी नुकसानदायक हो सकते हैं। मिलावट के लिए प्रयोग में लाई जानी वाली चीजें न सिर्फ औषधि की गुणवत्ता को कम कर देती हैं, साथ ही कुछ स्थितियों में रसायनिक प्रतिक्रिया करके शरीर को कई तरह के नुकसान भी पहुंचा सकती हैं। इसलिए मसालों की शुद्धता की जांच करना आवश्यक हो जाता है।
एक चुटकी हल्दी पाउडर को अपनी हथेली पर लेकर दूसरे हाथ के अंगूठे से 10-20 सेकेंड तक इसे रगड़ें। अगर हल्दी शुद्ध है, तो यह आपके हाथ पर पीले रंग का दाग छोड़ देगी। वहीं यदि इसमें मिलावट है तो पीला रंग काफी हल्का या न के बराबर हो सकता है। हल्दी की शुद्धता को जांचने के लिए इसे पानी के साथ भी टेस्ट किया जा सकता है।
एक और सरल परीक्षण के माध्यम से कुछ ही मिनटों में पता कर सकते हैं कि हल्दी शुद्ध है या नहीं? इसके लिए गर्म पानी में 1 चम्मच हल्दी मिलाएं और इसे कुछ समय के लिए छोड़ दें। अगर हल्दी पाउडर बर्तन के नीचे बैठ जाए, तो हल्दी असली है, लेकिन अगर यह पानी के साथ मिल जाए और गहरे पीले रंग का हो जाए, तो ऐसी हल्दी को शुद्ध नहीं माना जाता है।
शुद्ध हल्दी का सेवन शरीर को कई प्रकार के लाभ प्रदान कर सकती है, विशेषरूप से इसमें पाया जाने वाला करक्यूमिन यौगिक हृदय स्वास्थ्य में सुधार करने, संक्रमण से बचाने, अल्जाइमर और कैंसर के जोखिम को कम करने में आपके लिए सहायक है। हल्दी में एंटीइंफ्लामेटरी और एंटीआॅक्सीडेंट गुण भी पाए जाते हैं ।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.