होम / काम की बात / जाने इस साल कब – कब हैं विवाह के मुहूर्त

जाने इस साल कब – कब हैं विवाह के मुहूर्त

PUBLISHED BY: Mukta • LAST UPDATED : June 22, 2022, 5:01 pm IST
ADVERTISEMENT
जाने इस साल कब – कब हैं विवाह के मुहूर्त

UP News: Brides are not for villages connected with dilapidated roads in Shamli, the reason will surprise you

मदन गुप्ता सपाटू, ज्योतिर्विद् (Marriage Muhurat in 2022):

MADAN-GUPTA-SPATU
हमारे यहां विवाह के मुहूर्तों कोे लेकर कई बार असमंजस और दुविधा की स्थिति बनी रहती है । इसके कई कारण हैं। विभिन्न राज्यों की परंपराएं, वहां के पंचांग और बहुत से ज्योतिषीय नियमों को देश, काल और बदलती हुई परिस्थितियों के अनुरुप न बदलना….. जैसे कई बिंदु हैं जिसके कारण असमंजस की हालत बनी रहती है ओैर मत मतांतर रहते हैं ।
आइये जाने कि किन दिनों मे शादियां नहीं की जाती।

1.श्राद्ध पक्ष जो इस वर्ष-10 सितंबर से 25 सितंबर तक हैं।
2.जन्म मास- बडे़ लड़के या बड़ी लड़की का विवाह उस महीने या नक्षत्र या जन्म तिथि या जन्म लग्न मेें न करना।
3.तारा डूबना- शुक्र ग्रह ,पहली अक्तूबर से 25 नवंबर तक अस्त रहेगा।
4.सूर्य ग्रहण- 25 अक्तूबर को भारत में दिखाई देगा।
5. कार्तिक मास- 17 अक्तूबर से 16 नवंबर के मध्य मांगलिक कार्य निषेध हैं।
6.सगे भाई बहनों या सगे दो भाईयों के विवाह में 6 महीने का अंतर रखा जाता है।
7.मृत्यु- यदि किसी महीने में किसी प्रिय जन की मृत्यु हो गई हो।

आज के युग में चतुर्मास में विवाह न किया जाए इसका कोई तर्क नहीं बनता

इस श्रृंखला मेें सबसे पहले बात करते हैं चतुर्मास की जिसमें मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं। आज के युग मेें आप चार महीने विवाह, शादियों के समय जिसके साथ असंख्य लोगों के व्यवसाय जुड़े होते हैं, कैसेे हाथ पर हाथ रखे बैठ सकते हैं? वास्तव में पौराणिक काल में चौमासे के मौसम में अधिक वर्षा, बाढ़ आदि के कारण रास्ते बंद हो जातेे थे, कीट पतंगे, झाड़ियां आदि मार्ग अवरुद्ध कर देते थे।

इसी कारण, साधु संत आदि यात्राएं बंद कर देते थेे और इन चार महीनों मेें एक स्थान पर बैठ कर पूजा पाठ, धार्मिक ग्रंथों के अध्ययन में समय व्यतीत करते थे। चूंकि विवाह तथा अन्य मांगलिक कार्यों मेें आवागमन जरुरी था और प्रतिकूल मौसम होने के कारण इन महीनों में ऐसे कार्य बंद कर दिए जातेे थे। परंतु आज के युग में अच्छे संचार, परिवहन ,बारात ठहराने, विवाह करने, समागमों के आयोजन के लिए असंख्य साधन मौजूद हैं तो चतुर्मास में विवाह न किया जाए इसका कोई तर्क नहीं बनता।

दूसरे जिस मास मेें लड़के,लड़की का जन्म हुआ हो या माता पिता की शादी हुई हो उस महीने में विवाह नहीं करते। इस प्रकार 12 महीनों में 4 महीने तोे ये गए। कभी गुरु अस्त होगा कभी शुक्र, श्राद्ध हर साल होंगे,पौष केे महीने 15 दिसंबर से 13 जनवरी तक भी विवाह वर्जित हैं, होलाष्टक मेें विवाह नहीं होते, तोे आपके पास 12 महीनों में बहुत सीमित महीने ही विवाह के रह जाते हैं। कई बार विदेश में रह रहे भारतीयों को अवकाश नहीं मिल पाता या फलाईट नहीं मिल पाती।

अधिकांश लोग पौष मास में विवाह करना शुभ नहीं मानते

हमारे अपने खानदान में 35 विवाह, फरवरी के महीने में ही हुए हैं जिसमें माता पिता के विवाह, बच्चों केे जन्म भी फरवरी मास में ही हुए हैं। अतः मुहूर्त में हम उपरोक्त दो नियमों को वर्तमान समय के अनुसार नकार सकते हैं। अधिकांश लोग पौष मास में विवाह करना शुभ नहीं मानते।

ऐसा भी हो सकता है कि दिसंबर मध्य से लेकर जनवरी मध्य तक उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ती है, धुंध के कारण आवागमन भी बाधित रहता है, और खुले आकाश के नीचे विवाह की कुछ रस्में निभाना, प्रतिकूल मौसम के कारण संभव नहीं होता, इसलिए 16 दिसंबर की पौष संक्रांति से लेकर 14 जनवरी की मकर संक्राति तक विवाह न किए जाने के निर्णय को ज्योतिष से जोड़ दिया गया हो।

अभिजीत मुहूर्त

कुछ समुदायों में ऐसे मुहूर्तो को दरकिनार रख कर रविवार को मध्यान्ह में लावां फेरे या पाणिग्रहण संस्कार करा दिया जाता है। इसके पीछे भी ज्योतिषीय कारण पार्श्व में छिपा होता है। हमारे सौर्यमंडल में सूर्य सबसे बड़ा ग्रह है जो पूरी पृथ्वी को उर्जा प्रदान करता है। यह दिन और दिनों की अपेक्षा अधिक शुभ माना गया है। इसके अलावा हर दिन ठीक 12 बजे, अभिजित मुहूर्त चल रहा होता है।

भगवान राम का जन्म भी इसी मुहूर्त काल में हुआ था। जैसा इस मुहूर्त के नाम से ही सपष्ट है कि जिसे जीता न जा सके अर्थात ऐसे समय में हम जो कार्य आरंभ करते हैं , उसमें विजय प्राप्ति होती है, ऐसे में, पाणिग्रहण संस्कार में शुभता रहती है। अंग्रेज भी सन डे , रविवार को सैबथ डे अर्थात पवित्र दिन मान कर चर्च में शादियां करते हैं। कुछ लोगों को भ्रांति है कि रविवार को अवकाश होता है, इसलिए विवाह इतवार को रखे जाते हैं। ऐसा नहीं है।

भारत में ही छावनियों तथा कई नगरों में रविवार की बजाय , सोमवार को छुट्टी होती है और कई स्थानों पर गुरु या शुक्रवार को। पंजाब केे एक पचांगानुसार इस साल केवल अक्तूबर व नवंबर मेें शकुु्रास्त होने के कारण विवाह के शुभ मुहूर्त नहीं हैं अन्यथा 14 दिसंबर तक काफी मुहूर्त उपलब्ध हैं।

शुभ मुहूर्त

जुलाई- 3 से 9, 14,18,19,20,21,23,24,25,30,31
अगस्त-1से 5,9,10,11,14,15,19,20,21,28 से 31.
सितंबर-1,4,5 से 8,26,27
अक्तूबर से नवंबर- कोई नहीं
दिसंबर-2,4,7,8,9,14

ये भी पढ़े : शुभ कार्यों में सोलह श्रृंगार का हिस्सा है लाल महावर

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !

Connect With Us : Twitter | Facebook Youtube

Tags:

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

खाड़ी देशों में बढ़ेगा भारत का रुतबा, कुवैत के साथ हुए कई अहम समझौते, रक्षा के साथ इस क्षेत्र में साथ काम करेंगे दोनों देश
खाड़ी देशों में बढ़ेगा भारत का रुतबा, कुवैत के साथ हुए कई अहम समझौते, रक्षा के साथ इस क्षेत्र में साथ काम करेंगे दोनों देश
दक्षिण अमेरिकी देश में हुआ जयपुर जैसा अग्निकांड, हादसे में 30 से ज़्यादा लोगों की हुई मौत, जाने कैसे हुई दुर्घटना
दक्षिण अमेरिकी देश में हुआ जयपुर जैसा अग्निकांड, हादसे में 30 से ज़्यादा लोगों की हुई मौत, जाने कैसे हुई दुर्घटना
यमुना नदी पर नया पुल तैयार, महीने भर बाद ट्रेनों को मिलेगी रफ्तार, 1866 में हुआ था पुराने पुल का निर्माण
यमुना नदी पर नया पुल तैयार, महीने भर बाद ट्रेनों को मिलेगी रफ्तार, 1866 में हुआ था पुराने पुल का निर्माण
प्रदूषण से घुटा दिल्ली के जल निकायों का दम, MCD के वकील ने मांगा 4 हफ्ते का समय
प्रदूषण से घुटा दिल्ली के जल निकायों का दम, MCD के वकील ने मांगा 4 हफ्ते का समय
Today Horoscope: इस 1 राशि का आज चमकेगा भाग्य, वही इन 3 जातकों के रस्ते आएंगी रुकावटें, जानें आज का राशिफल!
Today Horoscope: इस 1 राशि का आज चमकेगा भाग्य, वही इन 3 जातकों के रस्ते आएंगी रुकावटें, जानें आज का राशिफल!
कहासुनी के बाद तेज गति से दर्जनभर लोगों पर चढ़ा दी गाड़ी, 3 की मौके पर मौत
कहासुनी के बाद तेज गति से दर्जनभर लोगों पर चढ़ा दी गाड़ी, 3 की मौके पर मौत
इस बार भी कर्तव्य पथ पर नहीं दिखेगी दिल्ली की झांकी, रक्षा मंत्रालय ने दी सफाई
इस बार भी कर्तव्य पथ पर नहीं दिखेगी दिल्ली की झांकी, रक्षा मंत्रालय ने दी सफाई
UP News: शरारती तत्वों ने मंदिर के चबूतरे पर फोड़ा अंडा, पुलिस को ‘शरारती’ की सरगर्मी से तलाश
UP News: शरारती तत्वों ने मंदिर के चबूतरे पर फोड़ा अंडा, पुलिस को ‘शरारती’ की सरगर्मी से तलाश
महिला और अति पिछड़ा वोटरों को साधने की कोशिश,अब JDU बताएगी CM का काम
महिला और अति पिछड़ा वोटरों को साधने की कोशिश,अब JDU बताएगी CM का काम
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कही ये बड़ी बात, अमित शाह पर निशाना साधा
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कही ये बड़ी बात, अमित शाह पर निशाना साधा
हिमाचल प्रदेश में भीषण ठंड का अटैक, 4 जिलों में ऑरेंज अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में भीषण ठंड का अटैक, 4 जिलों में ऑरेंज अलर्ट
ADVERTISEMENT