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इंडिया न्यूज़,नई दिल्ली
New Moon Of Chaitra Month इस साल में चैत्र महीने की अमावस्या की तिथि 31 मार्च और 1 अप्रैल इन दो दिन रहेगी। अमावस्या को धर्म ग्रंथों में एक पर्व के रूप में माना गया है। इस तिथि के दिन पितरों की विशेष पूजा की जाती है। ज्योतिष के नजरिये से देखा जाइए तो इस दिन सूर्य और चंद्रमा एक ही राशि में आ जाते हैं।
इस दिन पितरों की विशेष पूजा करने से सुख और समृद्धि बढ़ती है। 31 मार्च, गुरुवार को अमावस्या तिथि 12 बजे बाद के बाद शुरू होगी। जो अगले दिन तक दोपहर करीब 12 बजे तक रहेगी। इस दिन व्रत और पीपल की पूजा के साथ ही पितरों के लिए श्राद्ध किया जाएगा। साथ ही इस दिन अमावस्या की तिथि में होने वाली हर प्रकार की पूजा होगी।
1 अप्रैल, शुक्रवार को अमावस्या तिथि सूर्योदय से लेकर दोपहर 12 बजे तक रहेगी। इसलिए इस दिन स्नान-दान करना सही रहेगा। इस दिन तीर्थ या पवित्र नदी के जल से नहाने से मनुष्य की सभी पाप खत्म हो जाते हैं। साथ ही इस दिन किए गए दान का मनुष्य को कई गुना पुण्य फल मिलता है।
New Moon Of Chaitra Month
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