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इंडिया न्यूज (Indian Railways News )
हाल ही में सोशल मीडिया पर रेलवे से जुड़ा समाचार वायरल हो रहा है। इसमें कहा जा रहा है कि रेलवे सभी टिकट काउंटर बंद करने की योजना बना रहा है। इस बात से लोग काफी परेशान हो गए। क्योंकि आज भी बहुत से ऐसे लोगों हैं जो ऑनलाइन टिकट नहीं करते हैं। बल्कि टिकट काउंटर के सहारे रहते हैं। वहीं ये भी कहा जा रहा है कि अब रेलवे में 5 साल से कम उम्र के बच्चे का भी टिकट लगेगा। तो चलिए जानेंगे इन सारे सवालों के जवाब।
ट्रेन टिकट बुकिंग ऑनलाइन और ऑफ़लाइन दोनों तरीकों से की जाती है। रेल मंत्रालय ने ट्वीट के जरिए बताया कि ”कुछ मीडिया में प्रचारित किया जा रहा है कि रेलवे ट्रेन आरक्षण काउंटरों को खत्म करने की योजना बना रहा है। यह सूचित किया जाता है कि रेलवे की ओर से ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की गई है और इस तरह का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।” बता दें सबसे पहले इस बात को वेस्ट सेंट्रल रेलवे की तरफ से साफ किया गया।
बता दें कि ट्रेन टिकट बुकिंग आॅनलाइन और आॅफलाइन दोनों तरीकों से की जाती है। यात्री आईआरसीटीसी की वेबसाइट और आईआरसीटीसी ट्रेन टिकट बुकिंग ऐप से भारतीय रेलवे ट्रेन टिकट बुक कर सकते हैं और वे आरक्षित और अनारक्षित ट्रेन टिकट प्राप्त करने के लिए भारतीय रेलवे ट्रेन टिकट बुकिंग काउंटर पर भी जा सकते हैं।
भारतीय रेलवे का कहना है कि ट्रेन में यात्रा करने वाले बच्चों के लिए टिकट बुकिंग से रिलेटेड किसी भी नियम में कोई बदलाव नहीं किया है। यह नियम भारतीय रेलवे की 6 मार्च 2020 को जारी सर्कुलर संख्या 12 के मुताबिक अब तक लागू है। पीआईअी ने 5 साल से कम उम्र के बच्चों की टिकट खरीदने की खबर को झूठा बताया है
सीनियर सिटीजन और स्पोर्ट्स समेत बाकी कैटेगरी के यात्रियों को मिलने वाली रियायत की सुविधा दोबारा शुरू करने को लेकर रेलवे प्लान तैयार कर रही है। फिलहाल इस बार कोई फैसला सामने नहीं आया है। हालांकि यह सुविधा सिर्फ जनरल और स्लीपर क्लास के लिए ही शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है।
कुछ लोगों को रेलवे की टिकट में छूट की सुविधा मिल रही है। जैसे- मंदबुद्धि लोग, जो देख नहीं सकते, जो लोग बोल व सुन नहीं सकते, विकलांग लोग, कैंसर, थैलेसीमिया, हार्ट पेशेंट, किडनी पेशेंट, टीबी, कुष्ठ रोगी, एड्स रोगी, आॅस्टॉमी रोगी, हीमोफिलिया पेशेंट, अप्लास्टिक एनीमिया रोगी, सिकल सेल एनीमिया।
आपको ट्रेन में मिडिल बर्थ अलॉट हुआ है, तो इसका इस्तेमाल आप रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक ही कर सकते हैं। अगर आपको डेस्टिनेशन एड्रेस के बजाय आगे जाना है, तो टीटीई से आगे तक के स्टेशन का टिकट खरीदकर आसानी से यात्रा कर सकते हैं। ट्रेन में कोई पक्षी या पालतू जानवर ले जाने के लिए अलग से लगेज वैन में बुकिंग करानी होगी। जानवर की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी यात्री की होगी। अगर आपकी ट्रेन छूट जाती है, तो दो स्टेशन पार होने के बाद ही टीटीई आपकी सीट किसी और व्यक्ति को अलॉट कर सकते हैं।
जुमार्ना तो भरना ही पड़ेगा, लेकिन सामान ले जाने को लेकर रेलवे ने अपनी पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं किया है। इसलिए अगर यात्री सफर के बीच में ज्यादा सामान के साथ पकड़ा जाता है, तो उसे 654 रुपए का जुमार्ना भरना होगा। पॉलिसी में बदलाव न होने की बात रेलवे ने खुद ट्वीट करके कन्फर्म की है। पहले की तरह अब भी हर कोच में आप इतने किलो तक का सामान ले जा सकते हैं। जैस- जनरल- 35 किलो, स्लीपर -40 किलो, एसी 3- 40 किलो, एसी 2- 50 किलो, एसी फर्स्ट-70 किलो तक सामान ले जा सकते हैं।
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