संबंधित खबरें
चाचा निकला दरिंदा…भतीजी को गंदा वीडियो दिखाकर करता था ऐसा काम, एक दिन होटल में पेट्रोल लेकर आई और…
I Love You! चहल से तलाक की खबरों के बीच किसके लिए उमड़ा धनश्री का प्यार, खुलेआम किया इजहार
'मेरे कार्यर्ताओं पर चढ़ा दी गाड़ी, तोड़ दी टांग', Kejriwal पर हमला करने वाले का पहला रिएक्शन, खोल दी पूर्व मुख्यमंत्री की पोल
फटी एड़ियों, रूखी स्किन का दुश्मन है ये एक तेल, 1 हफ्ते में ही दमकने लगेगी त्वचा, मिलेंगे इतने लाभ की यकीन करना हो जाएगा मुश्किल
महाकुंभ में आई ये 4 विश्व सुंदरी चमत्कारी साध्वियां, जिनके मात्र एक दर्शन बदल कर रख देंगे आपकी किस्मत, कौन-सी है वे दैवीय शक्तियां?
300 पार पहुंचे डायबिटीज का काल है इस पेड़ की छाल, कॉलेस्ट्रोल का भी है दुश्मन, फायदे जान रह जाएंगे हैरान
India News (इंडिया न्यूज), Mahakumbh 2025: प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ 2025 में भारतीय संस्कृति और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। इस खास अवसर पर प्रयागराज में न सिर्फ भारतीय बल्कि विदेशी श्रद्धालु भी संगम में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे हैं। इनमें एक अनोखी शख्सियत हैं, साध्वी भगवती सरस्वती, जो अमेरिका से आकर भारत में साध्वी बन गईं हैं और अब समाज सेवा में जुटी हुईं हैं। उनके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, इनमें वो कुंभ में अपनी आस्था और भक्ति का अनुभव साझा कर रही हैं।
#WATCH | Prayagraj, UP: Sadhvi Bhagawati Saraswati, originally from Los Angeles & a graduate of Stanford University, who has been living at Parmarth Niketan, Rishikesh for almost 30 years now participates in #PrayagrajMahakumbh2025.
She says, “…This is not just an opportunity… pic.twitter.com/Mb3qWnbcKZ
— ANI (@ANI) January 13, 2025
साध्वी भगवती सरस्वती का जीवन एक प्रेरणा है। अमेरिका के लॉस एंजिल्स की रहने वाली साध्वी भगवती ने 25 साल की उम्र में संन्यास लिया था। हालांकि, उन्होंने इसके पहले पीएचडी की डिग्री प्राप्त की थी, लेकिन भारत की संस्कृति और शाकाहार से प्रभावित होकर उन्होंने अपना परिवार और घर छोड़ दिया और ऋषिकेश में रहने लगीं। आज, वो महाकुंभ में आकर भक्ति और आस्था की डुबकी लगा रही हैं।
फिल्म इंडस्ट्री को लगी किसकी नजर? सैफ के बाद अब अर्जुन कपूर पहुंचे हॉस्पिटल
I am full of such love & gratitude on this sacred day of #GangaDussehra on the banks of Mother #Ganga in #Rishikesh #Uttarakhand for the Divine life Ma Ganga has given me. We must also fulfill our responsibility to our Mother By keeping Her clean and healthy. #WednesdayWisdom pic.twitter.com/91u2P1y5Ir
— Sadhvi Bhagawati Saraswati (@SadhviBhagawati) June 12, 2019
उन्होंने कहा, “कुंभ में आकर केवल संगम में डुबकी लगाने का मौका नहीं मिलता, बल्कि यह हमारी आस्था और भक्ति में गहरा उतरने का अवसर भी है।” साध्वी भगवती सरस्वती ने आगे कहा, “भारत की संस्कृति की ताकत यही है कि लाखों लोग यहां अपनी आस्था के लिए जुटते हैं। यहां की सरकारी व्यवस्थाओं के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भक्ति शक्ति का अहम योगदान है।” साध्वी भगवती सरस्वती साल 1996 में भारत घूमने आईं। उसी दौरान उन्हें यहां की शाकाहारी जीवनशैली और भारतीय संस्कृति ने इतना प्रभावित कर दिया कि उन्होंने भारत में रहने का ही निर्णय लेकर संन्यास ले लिया। अब वो ऋषिकेश में गंगा किनारे अपना जीवन व्यतीत कर रही हैं और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं।
View this post on Instagram
इंडिया टीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार साध्वी भगवती के साथ मौजूद स्वामी चिदानंद सरस्वती ने बताया कि, साध्वी भगवती महिला सशक्तिकरण और बच्चों की शिक्षा पर काम कर रही हैं। उन्होंने भारतीय महिलाओं के अधिकारों को प्रोत्साहित करने के लिए कई परियोजनाएं शुरू की हैं। वो स्लम एरिया में गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए काम करती थीं। साध्वी भगवती सरस्वती की हिंदी में निपुणता का राज भी दिलचस्प है। इंडिया टीवी के अनुसार स्वामी चिदानंद सरस्वती ने बताया कि साध्वी जी ने संन्यास लेने के बाद भारतीय स्लम क्षेत्रों में रहकर हिंदी सीखी। वहां की महिलाएं और बच्चे उनके साथ रहते हुए, उन्हें हिंदी में पारंगत होने में मदद करते थे। इसलिए वो आज हिंदी बहुत अच्छी बोल लेती हैं।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.