संबंधित खबरें
अंतिम संस्कार कर घर गया परिजन, जब सुबह अस्थियां लेने गया तो हुआ कुछ ऐसा…बुलानी पड़ गई पुलिस
आखिरकार Amitabh Bachchan ने अपने परिवार के लिए उठाया ये कदम, पोस्ट शेयर कर बोले- ‘शायद ही कभी बात करता हूं लेकिन…’
पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजीत चंदिला ने की भविष्यवाणी, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत की 3-1 से होगी जीत
इन 5 लोगों के लिए जहर है आंवला, खाने से बन सकता है गले का फंदा, जान लें इसके खाने से शरीर पर क्या होगा भारी नुकसान
सुबह खाली पेट खाएं ये मीठी चीज, ब्लड शुगर कंट्रोल करने से लेकर खोखली हड्डियों की मजबूती तक में करेगा मदद
जोड़ों से गायब हो जाएगा भयंकर से भयंकर Uric Acid, क्रिस्टल को सोख लेगी ये खास चटनी, बस इन 5 चीजों से करें तैयार
India News (इंडिया न्यूज), Gloomy Sunday Song: लोग अपनी जिंदगी में फ्री टाइम का आनंद लेने के लिए मनोरंजन का सहारा लेते हैं। और संगीत ऐसी चीज है, जिसे सुनकर लोग काफी रिलेक्स हो जाते हैं। जानकारी के अनुसार मधुर संगीत हमारे दिमाग को तो रिलैक्स करता ही है, हमें नई ऊर्जा भी देता है। लेकिन आज हम आपको ऐसी गीत के बारे में बताएंगे, जिसे सुनकर कई लोगों ने आत्महत्या कर ली है। कुछ लोगों को पार्टी सॉन्ग पसंद आते हैं तो कुछ लोगों को दर्द भरे गीत पसंद आते हैं। जिस गाने की आज हम बात करने जा रहे हैं, इसे इतिहास का सबसे ज्यादा मनहूस गाना माना जाता है, क्योंकि बताया जाता है कि करीब 100 लोगों ने इसे सुनने के बाद अपनी जान दे दी है। हाउ स्टफ वर्क वेबसाइट के अनुसार ग्लूमी संडे (Gloomy Sunday song) गाना, दुनिया का सबसे मनहूस गाना है।
रेज्सो सेरेस और लैजलो जावोर (Rezső Seress and László Jávor) ने इस गाने को लिखने को काम किया था। इस गाने को 1933 में लिखा गया था और 1935 तक गण सुनने के लिए उपलब्ध हुआ। जानकारी के अनुसार काफी मुश्किल से गाने को रिकॉर्ड किया गया और फिर 1935 में ही एक मोची ने बूडापेस्ट में आत्महत्या कर ली। उसने आत्महत्या करने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था। जिसमें उन्होंने ग्लूमी संडे गाने की पंक्तियों का जिक्र किया।
इन 9 ठिकानों पर परमाणु हथियार को छिपाकर रखता है इरान, इजरायल करने वाला है ये काम
इस गाने को लेकर ये भी दावा किया जाता है कि, गाने के गीतकारों में से किसी एक की मंगेतर ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी और सुसाइड नोट में सिर्फ ग्लूमी संडे शब्द लिखा था। खुद 1968 में गीतकार रेज्सो सेरेस ने भी खुदकुशी कर ली। इसके अलावा 2 लोगों ने गाना सुनकर खुद को गोली मार ली और तो वहीं गाना सुनकर एक महिला ने पानी में छलांग लगा दी। इन सभी घटनाओं के बाद इस गाने पर बैन लगा दिया गया।
हाउ स्टफ वर्क एक साइंस से जुड़ी हुई साइट है। वैज्ञानिक और तार्किक रूप से इस गाने के प्रभाव के बारे में काफी गहराई से अध्ययन करके रिपोर्ट तैयार किया गया है। इस रिपोर्ट में बताया गया कि ये हंगेरियन सॉन्ग है और हंगरी में हमेशा से सुसाइड रेट ज्यादा रहे हैं। जिस समय इस गाने को रिलीज किया गया था, उस समय पहले से ही लोग डिप्रेशन में थे। लोगों के पास पैसे नहीं थे और नौकरियां जा रही थीं। उन्हें गाने के बोल अपनी जिंदगी से जुड़े हुए लगते थे और इस गाने को सुनने के बाद लोग और भी ज्यादा दुखी हो जाते थे और आत्महत्या कर लेते थे। गाना मानवता के अंत, मृत्यु और दुख के बारे में है।
पाकिस्तान जाने से पहले पीएम मोदी के दूत ने क्यों लिया दो फिल्मों का नाम? सुन कर छूट गई सबकी हंसी
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.