India News(इंडिया न्यूज), Baby Massage Tips: बच्चे हमारी ज़िन्दगी का सबसे अनमोल तोहफा। बच्चे जितने अनमोल होते हैं उतने ही नाज़ुक भी होते हैं। ऐसे में उनकी प्रॉपर केयर करना बेहद ज़रूरी हो जाता हैं। बच्चो की स्किन इतनी मुलायम होती हैं कि मानो जैसे किसी रुई को हाथ लगा रहे हो। इस बात से न्यूली मॉम्स ज़रूर सहमत होंगी की बच्चे को सम्भलना बेहद कठिन काम होता हैं। खासतौर पर जब वह बेबी आपका पहला बच्चा हो ऐसे ऐसे में ज़िम्मेदारियाँ और भी बढ़ जाती हैं क्योकि ये एक्सपीरिएंस बिलकुल नया होता हैं।
कई लोगो के घर में तो कोई बड़ा भी नहीं होता हैं जो बच्चे को संभल सके और उसके काम कर सके। इन्ही कामो में से एक आता हैं बच्चे की मालिश करना। क्योकि बच्चे की मालिश करना न केवल उनके शारीरिक विकास के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह माँ और बच्चे के बीच का बंधन भी मजबूत करता है। यदि आप एक नई माँ हैं और अपने बच्चे की मालिश करना चाहती हैं, तो यहाँ 5 आसान स्टेप्स बताए गए हैं जिनसे आप कुछ ही दिनों में एक्सपर्ट हो सकती हैं।
सबसे पहले, एक उपयुक्त और बच्चे के लिए सुरक्षित तेल का चयन करें। नारियल तेल, जैतून का तेल या विशेष बेबी मसाज ऑयल का उपयोग किया जा सकता है।
सुझाव: तेल को थोड़ा गुनगुना कर लें ताकि बच्चे को आरामदायक महसूस हो।
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बच्चे की मालिश के लिए एक शांत और आरामदायक स्थान चुनें। सुनिश्चित करें कि कमरा गर्म हो और मालिश का समय ऐसा हो जब बच्चा न तो बहुत भूखा हो और न ही बहुत थका हो।
सुझाव: मालिश का समय आमतौर पर स्नान से पहले या सोने से पहले अच्छा होता है।
अपने हाथों में थोड़ी मात्रा में तेल लें और इसे हल्के से रगड़कर गर्म कर लें। इसके बाद बच्चे के शरीर पर हल्के हाथों से मालिश करना शुरू करें।
सुझाव: हमेशा हल्के और कोमल स्ट्रोक का उपयोग करें ताकि बच्चे को आराम महसूस हो।
मालिश की शुरुआत सिर से करें और धीरे-धीरे नीचे की ओर बढ़ें। चेहरे, गर्दन, कंधे, बाहों, पेट, पीठ, और अंत में पैरों की मालिश करें।
सुझाव: हर हिस्से की मालिश करते समय बच्चे के साथ बातचीत करें और मुस्कान दें ताकि वह सुरक्षित महसूस करे।
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मालिश का समय धीरे-धीरे बढ़ाएं। शुरू में 5-10 मिनट से शुरू करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं। मालिश करते समय धैर्य रखें और बच्चे की प्रतिक्रिया पर ध्यान दें।
सुझाव: यदि बच्चा किसी खास हिस्से की मालिश के दौरान असहज महसूस करता है, तो उस हिस्से को छोड़ दें और अन्य हिस्सों पर ध्यान केंद्रित करें।
बच्चे के संकेत समझें: यदि बच्चा मालिश के दौरान रोता है या असहज महसूस करता है, तो थोड़ी देर के लिए रुकें और उसे शांत करें।
नियमितता बनाए रखें: नियमित रूप से मालिश करें ताकि बच्चे को इसकी आदत हो और वह इसके लाभ प्राप्त कर सके।
स्वच्छता का ध्यान रखें: मालिश से पहले और बाद में अपने हाथों को अच्छे से धोएं और बच्चे की त्वचा को साफ रखें।
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इन सरल स्टेप्स को फॉलो कर आप अपने बच्चे की मालिश को एक सुखद और लाभकारी अनुभव बना सकती हैं। कुछ ही दिनों में, आप एक एक्सपर्ट बन जाएंगी और आपका बच्चा भी इस प्रक्रिया का आनंद लेने लगेगा।
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