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India News (इंडिया न्यूज), Best Place For Trekking In India: आजकल बहुत से लोग ट्रैकिंग करना पसंद करते हैं। यह प्रकृति के करीब जाने और अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का एक बेहतरीन तरीका है। ट्रैकिंग के दौरान हमें पहाड़ी इलाकों, जंगलों और प्राकृतिक सुंदरता में घूमने का मौका मिलता है। जहां हम तरोताजा माहौल का आनंद ले सकते हैं। भागदौड़ और तनाव के बीच कुछ देर के लिए सैर या ट्रैकिंग पर जाना और पर्यावरण के बीच समय बिताना मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है।
लंबी ट्रैकिंग के लिए कई दिनों तक पैदल चलना पड़ सकता है। ऊंचाई पर ट्रैकिंग करने पर पहाड़ों पर चढ़ना पड़ता है, जो व्यक्ति के लिए अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकता है। जिसके लिए विशेष तैयारी की आवश्यकता होती है।
खीरगंगा ट्रेक
धार्मिक स्थल खीरगंगा ट्रैकिंग के लिए भी बहुत प्रसिद्ध है। यह समुद्र तल से लगभग 3000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। आप खीरगंगा के रास्ते पिन पार्वती दर्रे पर चढ़ सकते हैं। यहां कई पर्यटक आते हैं, जो स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का कारण बनता है। यहां जाने के लिए अक्टूबर का महीना सबसे अच्छा रहेगा। यहां ट्रैकिंग के लिए कई रास्ते हैं। यहां पहुंचने के लिए आप स्थानीय गाइड की मदद ले सकते हैं।
डोडीताल ट्रैक
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित डोडीताल भी ट्रैकिंग के लिए काफी लोकप्रिय है। इसकी शुरुआत संगम पट्टी गांव से होती है। ट्रैकिंग के दौरान आपको बर्फ से लदे पेड़ और गंगोत्री घाटी की चोटियां देखने को मिलेंगी। आप रास्ते में कुछ गांवों में रात बिता सकते हैं।
कुंजा खड़क ट्रैक
उत्तराखंड में कुंजा खड़क ट्रैक पंगोट से शुरू होता है। बड़े-बड़े देवदार के पेड़ों के बीच जंगल से होते हुए आप ट्रैकिंग के सफर का मजा ले सकते हैं। नेपाल और भारत की सीमा को विभाजित करने वाली कुंज रोड पर राप्ती नदी दिखाई देगी। इस जगह पर ट्रैकिंग के लिए अक्टूबर का महीना सबसे अच्छा रहेगा।
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बिनसर जीरो पॉइंट
उत्तराखंड का बिनसर भी ट्रैकिंग के लिए एकदम सही है। यहां आपको प्रकृति के खूबसूरत नजारों के साथ-साथ कई तरह के पक्षी देखने को मिलेंगे। यह ट्रैक बिनसर वन्यजीव अभ्यारण्य से होकर गुजरता है और यह बहुत ही आसान ट्रैक है।
ट्रैकिंग से पहले करें ये तैयारी
ट्रैकिंग से पहले कई तैयारियां कर लेनी चाहिए। सबसे पहले मेडिकल हेल्थ चेकअप करवाना बहुत जरूरी है। इसके बाद सही कपड़े चुनना, पर्याप्त मात्रा में पानी और खाना ले जाना और ट्रैकिंग रूट के बारे में पूरी जानकारी लेना जरूरी है। आरामदायक जूते और मौसम के हिसाब से जगह की योजना बनाना जरूरी है। इसके अलावा मेडिकल किट भी साथ रखनी चाहिए, क्योंकि कई बार चोट लगने की आशंका रहती है।
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