लाइफस्टाइल एंड फैशन

International Nurses Day: इस वज़ह से ख़ास है नर्स डे, जानें क्या है इस बार का थीम-Indianews

India News(इंडिया न्यूज), International Nurses Day: रोगियों की सेवा में अपनी समर्पणशीलता के साथ नजर आने वाली नर्सों को ‘सिस्टर’ कहा जाता है। उनकी इतनी आत्मीयता से देखभाल करने से ही मरीज उन्हें सम्मानित महसूस करते हैं। हर अस्पताल में उन्हें सम्मान के साथ देखा जाता है, और इस सम्मान को व्यक्त करने के लिए हर साल 12 मई को विश्व नर्स दिवस मनाया जाता है। इस दिन को विश्व नर्स दिवस के रूप में मनाने का उद्देश्य उन्हें सम्मानित करना है, जो अपने सेवा और समर्पण के माध्यम से अपने योगदान को देते हैं।

India News Palestinian Conflict: UNGC ने सदस्यता के लिए फिलिस्तीन का किया समर्थन, जानें कितना वोट पक्ष-विपक्ष में पड़े -India News                                                                                                                                                                                                                             

क्या है नर्स डे का इतिहास ?

अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस का आरम्भ वर्ष 1974 में हुआ था, जो आधुनिक नर्सिंग की अग्रदूत फ्लोरेंस नाइटिंगेल को समर्पित है। 12 मई को नर्स दिवस का आयोजन किया जाता है, जो उनकी स्मृति में होता है। लेकिन शुरुआत में जनवरी में नर्स दिवस का आयोजन करने के पीछे की कहानी और फ्लोरेंस नाइटिंगेल के इस दिन से संबंध के बारे में विशेष जानकारी को अधिक जानें।

नर्स डे

 

2024 का मुख्य थीम

अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस 2024 पर अंतर्राष्ट्रीय नर्स परिषद की थीम: हमारी नर्सें। हमारे भविष्य। देखभाल की आर्थिक शक्ति.

थीम

Identify Real Silk Saree : ऐसे पहचाने आपकी बनारसी साड़ी असली है या नकली, अपना ले ये कुछ टिप्स – Indianews

12 मई को ही नर्स डे क्यों ?

नर्सों को सम्मानित करने के लिए हर साल 12 मई को विश्व भर में नर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन मॉर्डल नर्सिंग की मात्री फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्म के रूप में भी मनाया जाता है, जिन्हें लोग “लेडी विद दे लैंप” के नाम से भी जानते हैं।

 

कौन है फ्लोरेंस नाइटिंगेल ?

12 मई 1820 को ही फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म हुआ था। उन्होंने अपने जीवन में बीमारियों और रोगियों की सेवा की। फ्लोरेंस के बचपन में बीमारी और शारीरिक कमजोरी के अनुभव रहे। उन दिनों में स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं की कमी थी। बिजली के उपकरण नहीं थे, और हाथों में लालटेन लेकर अस्पताल में स्वास्थ्य गतिविधियां की जाती थीं। फ्लोरेंस के लिए उनके मरीजों की हमेशा फिक्र रहती थी। उनकी देखभाल के लिए फ्लोरेंस रात में भी अस्पताल में घूम कर चेक करती थीं कि किसी रोगी को कोई जरूरत तो नहीं है। गरीब, बीमार और दुखियों के लिए वह काम करती थीं। उनकी नर्सिंग सेवा ने समाज में नर्सों को सम्मानजनक स्थान दिलाया। फ्लोरेंस के प्रयासों से 1960 में आर्मी मेडिकल स्कूल की स्थापना हुई।

फ्लोरेंस नाइटिंगेल

Hair Care Tips : अगर आप भी अपने बालों को हाईलाइट करने का मन बना रहे है, तो रखें इन बातों का ख़्याल- Indianews

Itvnetwork Team

Recent Posts

Skin Care Tips: इन 3 तरीकों से रोक सकते हैं बढ़ती उम्र, चेहरे से गायब हो जाएंगी झुर्रियां

India News (इंडिया न्यूज़)Skin Care Tips: बढ़ती उम्र के साथ चेहरे पर झुर्रियां आना एक…

1 hour ago

पेस बैटरी के डूबते करियर को बचा गई ये टीम, इन 2 दिग्गजों की डूबती नैया को भी दिया सहारा

IPL 2025 Mega Auction KKR: आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन में कई खिलाड़ी अनसोल्ड रहे।…

5 hours ago

बढ़ते प्रदूषण की वजह से Delhi NCR के स्कूल चलेंगे हाइब्रिड मोड पर, SC ने नियमों में ढील देने से कर दिया इनकार

Air Pollution News: वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने सोमवार को दिल्ली सरकार को निर्देश…

6 hours ago

तीन मर्दों से भी नहीं भरा महिला का मन, चार बच्चों को छोड़ ‘नए प्यार’ के लिए उठाई ये कदम, अब पुलिस ने भी कर लिए हाथ खड़े

India News UP(इंडिया न्यूज़)Up News: यूपी के ज्योतिबा फुले नगर में एक अजीबोगरीब मामला सामने…

6 hours ago

केंद्रीय मंत्रिमंडल के इन फैसलों से आपके जीवन में आने वाला है ये बड़ा बदलाव, जान लीजिए वरना कहीं पछताना न पड़ जाए

Union Cabinet Approved This Schemes: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सोमवार (25 नवंबर, 2024) को कई महत्वपूर्ण…

6 hours ago

Sambhal Violence: ‘लोकतंत्र पर काला धब्बा…; संभल हिंसा को लेकर गिरिराज सिंह का बड़ा बयान ; उठाई ये बड़ी मांग

India News Bihar(इंडिया न्यूज़),Sambhal Violence:भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने…

7 hours ago