India News (इंडिया न्यूज), Writing: किसी के व्यक्तित्व पहचानने के लिए उससे जुड़ी हर छोटी-मोटी उसकी बातें बहुत मायने रखती है, जैसे की उसका व्यवहार, बातचीत, उठने-बैठने का तरीका, यहां तक कि उसकी लिखावट भी। यही वजह है कि ग्राफोलॉजिस्ट लिखावट के आधार पर व्यक्तित्व का पता लगा लेते हैं। अगर आप भी किसी का व्यक्तित्व जानना चाहते हैं तो उसकी लिखावट की मदद से इस तरह से उसके व्यक्तित्व का पता लगा सकते हैं, तो चलिए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ खास बातें
झुकी हुई लिखावट
बूता दें कि, दाहिनी ओर झुकी हुई लिखावट वाले लोग खुली किताब की तरह होते हैं। इन्हें लोगों से घुलना-मिलना पसंद है और ये बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। वामपंथी झुकाव वाली लिखावट वाले लोग अक्सर पर्दे के पीछे खुश रहते हैं। यदि आप दाएं हाथ के हैं लेकिन फिर भी बाएं हाथ से लिखते हैं, तो आप क्रांतिकारी प्रवृत्ति के हो सकते हैं। जो लोग सीधे लिखते हैं वे आमतौर पर भावुक किस्म के होते हैं और तार्किक बनने की कोशिश करते हैं।
राइटिंग का आकार
जो लोग बहुत बड़े अक्षर लिखते हैं उनका व्यक्तित्व आमतौर पर प्रभावशाली होता है। यही कारण है कि कई बड़ी हस्तियां लिखावट में अक्षम हैं। जो लोग बहुत छोटे अक्षरों में लिखते हैं वे बहुत फोकस होकर काम करते हैं। वे स्वभाव से शर्मीले और अंतर्मुखी हो सकते हैं। सामान्य आकार के अक्षर लिखने वाले लोग हर स्थिति में सामंजस्य बनाए रख सकते हैं और हर काम को सलीके से करने में विश्वास रखते हैं।
लिखावट में दबाव
कुछ लोग लिखते समय कलम पर दबाव डालते हैं, जिसका असर उनकी लिखावट पर साफ दिखता है। ऐसी लिखावट वाले लोग गंभीर स्वभाव के होते हैं और प्रतिबद्धता में विश्वास रखते हैं। जबकि खुली लिखावट वाले लोग संवेदनशील होते हैं और आसानी से दूसरों से प्रभावित हो सकते हैं।
अक्षरों का स्थान
लिखते समय हम अक्षरों के बीच कितनी जगह छोड़ते हैं, यह भी हमारे व्यक्तित्व का संकेत है। अक्षरों के बीच अधिक जगह रखने वाले लोग अपनी व्यक्तिगत स्वतंत्रता को लेकर गंभीर होते हैं, जबकि कम जगह वाले लोगों में दूसरों की नकल करने की प्रवृत्ति अधिक होती है।
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