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Home Air Quality Tips: दिल्ली-NCR इस वक्त गंभीर प्रदूषण की मार झेल रही है. ऐसे में बाहर के साथ-साथ घर की हवा में प्रदूषण एक खमोश समस्या है जो कई घरों को प्रभावित करती है. सफाई के प्रोडक्ट्स से लेकर खाना पकाने के धुएं तक, कई रोजमर्रा की गतिविधियां हवा की क्वालिटी को खराब कर सकती हैं. यहां आपके घर को प्रदूषण से बचाने के सात असरदार और आसान तरीके दिए गए हैं.
केमिकल वाले सफाई प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कम करें
आपके घर का माहौल खराब होने का एक मुख्य कारण वोलेटाइल ऑर्गेनिक कंपाउंड्स हैं. ज़्यादातर बाज़ार में मिलने वाले क्लीनर वोलेटाइल ऑर्गेनिक कंपाउंड्स (VOCs) छोड़ते हैं, जो आंखों, नाक और फेफड़ों में जलन पैदा कर सकते हैं. सिरका, बेकिंग सोडा, या पौधों से बने क्लीनर जैसे नैचुरल ऑप्शन चुनने से नुकसानदायक चीज़ों के संपर्क में आने का खतरा काफी कम हो सकता है. खुशबू रहित और कम VOC वाले प्रोडक्ट्स भी घर के अंदर की हवा के लिए ज़्यादा सुरक्षित होते हैं.
नमी के लेवल को कंट्रोल करें
ज़्यादा नमी फफूंदी, धूल के कण और बैक्टीरिया को बढ़ावा देती है, जिससे एलर्जी और सांस लेने की समस्याएं और भी बदतर हो सकती हैं। किचन और बाथरूम में एग्जॉस्ट फैन का इस्तेमाल करना या जरूरत पड़ने पर डीह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करना वेंटिलेशन के लिए फायदेमंद होता है. सुपीरियर एयर मैनेजमेंट के अनुसार, घर के अंदर नमी को 30 से 50 प्रतिशत के बीच रखने से हवा को हेल्दी बनाए रखने में मदद मिलती है.
घर के अंदर धूम्रपान न करें
घर के अंदर धूम्रपान करने से नुकसानदायक गैसें और छोटे कण निकलते हैं जो हवा और सतहों पर रह जाते हैं। यह पैसिव स्मोकिंग घर में सभी को प्रभावित कर सकती है, खासकर बच्चों और बुज़ुर्गों को. धूम्रपान सख्ती से घर के बाहर करने से घर के अंदर की हवा की क्वालिटी निश्चित रूप से सुरक्षित रहेगी.
कालीन का इस्तेमाल करने से बचें
कालीन धूल, पालतू जानवरों के बाल और एलर्जी पैदा करने वाली चीज़ों को फंसा लेते हैं, जिससे हवा की क्वालिटी खराब हो जाती है. जहां नियमित रूप से वैक्यूम करना और धोना मददगार हो सकता है, वहीं यह समय लेने वाला भी है. कालीन की जगह हार्ड फ्लोरिंग करवाना घर से प्रदूषण को दूर रखने का एक आसान और ज़्यादा असरदार तरीका है.
घर के अंदर पौधों का समझदारी से इस्तेमाल करें
पौधे पर्यावरण की रक्षा करने का एक नैचुरल जरिया हैं. आप घर के अंदर फिलोडेंड्रोन ऑक्सीकार्डियम, सैनसेवियरिया और रेड एग्लोनेमा जैसे पौधे लगा सकते हैं ताकि घर के अंदर का माहौल ज़्यादा ताज़ा रहे. हालांकि, सिर्फ़ पौधे ही सारा प्रदूषण खत्म नहीं कर सकते, लेकिन वे साफ हवा में मदद करते हैं और आपके घर में नैचुरल ताजगी लाते हैं.
अगरबत्ती और मोमबत्तियों का इस्तेमाल सीमित करें
अगरबत्ती PM 2.5 के लेवल को पाँच से सात गुना बढ़ा सकती है. यहां तक कि हर्बल अगरबत्ती भी नुकसानदायक कण छोड़ती हैं. खुशबू वाली मोमबत्तियां भी VOCs छोड़ती हैं. अगर जरूरत हो, तो उन्हें घर के बाहर जलाएं. याद रखें, “अच्छा धुआं” जैसी कोई चीज नहीं होती.
किचन में सही वेंटिलेशन सुनिश्चित करें
खाना बनाते समय, सुनिश्चित करें कि सही वेंटिलेशन हो. खाना बनाने से आपके आस-पास धुआं, चिकनाई और नमी फैलती है. वेंटिलेशन के बिना, ये प्रदूषक पूरे घर में फैल जाते हैं. चिमनी या एग्जॉस्ट फैन का इस्तेमाल करने से धुआं जल्दी निकल जाता है और घर की हवा साफ रहती है. प्रदूषण कंट्रोल घर से ही शुरू होता है. रोज़ाना की आदतों में छोटे-छोटे बदलाव आपके परिवार की सेहत और भलाई के लिए बहुत बड़ा फर्क ला सकते हैं.