अदरक
अदरक को आयुर्वेद में डाइजेशन बूस्टर के रूप में जाना जाता है. इसमें प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व पाए जाते हैं, जो पेट की सूजन कम करते हैं और गैस बनने से रोकते हैं. अदरक की चाय, कच्चा अदरक या सलाद में अदरक डालकर इसका सेवन किया जा सकता है.
दही
अगर आपको अदरक का स्वाद पसंद नहीं है, तो दही आपकी डाइट का अहम हिस्सा हो सकता है. दही में पाए जाने वाले प्रोबायोटिक्स हमारे आंतों को स्वस्थ रखते हैं. हेल्दी आंतें बेहतर डाइजेशन सुनिश्चित करती हैं और गैस, अपच जैसी समस्याओं से राहत दिलाती हैं.
खीरा और हाइड्रेटिंग फूड्स
खीरे में लगभग 95% पानी होता है, जो शरीर को हाइड्रेट रखने और पेट की सूजन कम करने में मदद करता है. इसे सलाद में, सैंडविच में या स्नैक के तौर पर खाया जा सकता है.
केला
केले में भरपूर पोटैशियम होता है, जो शरीर में सोडियम का स्तर संतुलित रखता है. इसका सीधा फायदा यह है कि यह गैस और अपच की समस्या को कम करने में मदद करता है.
पपीता
पपीता भी ब्लोटिंग कम करने के लिए बहुत फायदेमंद है. इसमें पाए जाने वाले एंज़ाइम पाचन क्रिया को सुधारते हैं और पेट में गैस बनने से रोकते हैं.
सौंफ
सौंफ में प्राकृतिक एंटी-स्पास्मोडिक गुण पाए जाते हैं. इसे खाने के बाद चबाने से पेट में गैस और अपच की समस्या जल्दी कम होती है.
ब्लोटिंग से बचने के टिप्स
- खाने के दौरान धीरे-धीरे और छोटे-छोटे बाइट लें.
- पर्याप्त पानी पिएं, ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे.
- फाइबर युक्त फूड्स और ताजे फल-सब्ज़ियों को डाइट में शामिल करें.
- गैस पैदा करने वाले फूड्स जैसे तली-भुनी चीज़ों और शीतल पेय का सेवन सीमित करें.