Social Media Detox: डिजिटल दौर में सोशल मीडिया हमारी लाइफस्टाइल का एक अहम हिस्सा बन चुका है. इसका अधिक इस्तेमाल लोगों की मेंटल हेल्थ पर बुरा असर डालता है. आजकल लोग सोशल मीडिया के बिना अपनी जिंदगी बिताने के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं. यह लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है. दिन हो रात लोग हमेशा फेसबुक, इंस्टा और यूट्यूब पर बने रहते हैं. रील के बिना तो लोगों को जिंदगी अधूरी लगने लगती है.
सोशल मीडिया से दूरी बेहद जरूरी
AMA Network Open में प्रकाशित एक रिसर्च में पाया गया कि सिर्फ एक हफ्ते तक अगर सोशल मीडिया से दूरी बना ली जाए, तो युवाओं की मेंटल हेल्थ में काफी सुधार देखने को मिल सकता है. उनमें एंग्जायटी 16.1%, डिप्रेशन 24% और इंसोम्निया 14.5% तक कम पाया जाता है. ऐसे में किन आदतों को अपनाकर सात दिनों में खुद को सोशल मीडिया डिटॉक्स कर सकते हैं.
पहला दिन: लक्ष्य
सबसे पहले यह तय करें कि आपको सोशल मीडिया से दूरी बनाने के पीछे आपका क्या कारण है. पेपर पर लिखें कि आप डिटॉक्स क्यों कर रहे हैं. इससे दिमाग डिटॉक्स के लिए तैयार हो जाता है.
दूसरा दिनः नोटिफिकेशन ऑफ
सोशल मीडिया से जुड़े नोटिफिकेशन बंद कर दें. होम स्क्रीन से सोशल मीडिया ऐप्स हटा दें. इससे फोन चेक करने की आदत कम हो जाएगी.
तीसरा दिनः हेल्दी आदतें
जिस समय में आप स्क्रॉल करते थे, उसकी जगह पॉजिटिव एक्टिविटीज करना शुरु करें. जैसे- रीडिंग, एक्सरसाइज या कुकिंग.
चौथा दिनः ऑफलाइन समय पर ध्यान दें
अपनी स्क्रीन के बाहर की दुनिया से ज्यादा जुड़ें. टहलने जाएं, पार्क जाएं, बिना स्क्रीन देखे खाना खाएं और परिवार के साथ समय बिताएं. ऐसा करने से डिजिटल ओवरलोड कम होता है.
पांचवा दिनः माइंडफुलनेस
कुछ मिनट शांत बैठें और विचार करें कि आज कम सोशल मीडिया के इस्तेमाल से कैसा लगा? इससे आप बदलाव मैप कर सकेंगे.
छठा दिनः रिश्तों में सुधार
दोस्तों-परिवार से मिलें दोस्तों, परिवार या सहकर्मियों से मिलें, बातें करें और समय बिताएं.
सातवां दिनः फायदों के बारे में सोचें
पूरे हफ्ते का रिव्यू करें सोचें कि एक हफ्ते के डिटॉक्स से क्या फायदे मिले. तय करें कि किन आदतों को बदलना हैं.
सेहत पर भी होगा इसका असर
- तनाव और चिंता कम होगी.
- आपको रात के समय बेहतर नींद आएगी.
- डिटॉक्स आपको बेहतर फ़ोकस करने में मदद करेगा.
- रिश्तों को बेहतर बनाने में मददगार.
- खुद के साथ समय बिताने का मौका.