Kala Namak Health Benefits: हाल ही में अपने एक इंटरव्यू में काजोल ने बताया कि उन्हें काला नमक बेहद पसंद है और वे सफर के समय इसे अपने पास जरूर रखती हैं. उनका कहना है कि कई बार खाने में नमक कम लगता है और काले नमक का स्वाद सामान्य नमक से बिल्कुल अलग होता है. इसे चिप्स, फलों या किसी भी पसंदीदा खाने पर भी डाला जा सकता है.
ट्रैवल में क्यों फायदेमंद है काला नमक?
न्यूट्रिशन एक्सपर्ट अदिति प्रसाद आप्टे के मुताबिक, काला नमक लंबे समय से पाचन से जुड़ी परेशानियों में इस्तेमाल होता आ रहा है. सफर के दौरान मतली, गैस, एसिडिटी या उल्टी जैसी समस्याएं आम हैं और काला नमक इनसे राहत दिलाने में मदद करता है.उन्होंने बताया कि काले नमक का खट्टा-नमकीन स्वाद मोशन सिकनेस को कंट्रोल करता है और भूख न लगने की समस्या में भी कारगर होता है. पानी या नींबू के साथ मिलाकर लेने पर यह शरीर को हाइड्रेट रखने में भी मदद करता है.
स्वाद बढ़ाने में भी है फायदेमंद
काजोल की बात सिर्फ आदत तक सीमित नहीं है. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि काले नमक का सल्फर जैसा खास स्वाद फलों, सलाद, दही, छाछ, चाट और स्नैक्स को और स्वादिष्ट बना देता है. यही वजह है कि यह वेगन डिशेज में भी काफी लोकप्रिय है, क्योंकि यह अंडे जैसा फ्लेवर देता है.
कितना और कैसे करें इस्तेमाल?
न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह है कि काले नमक का इस्तेमाल सीमित मात्रा में करें. इसे खाना बनने के बाद या परोसने से पहले डालें, ताकि इसकी खुशबू और स्वाद बना रहे. साथ ही, एयरटाइट डिब्बे में रखना जरूरी है.
ज्यादा सेवन हो सकता है बीमारी का कारण
हालांकि काले नमक की ज्यादा चाह किसी गंभीर बीमारी का संकेत नहीं होती, लेकिन बार-बार लेने की जरूरत शरीर में पानी की कमी, इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन या पाचन समस्या की ओर इशारा कर सकती है. अधिक मात्रा में सेवन करने से सूजन, ब्लोटिंग, हाई ब्लड प्रेशर या एसिडिटी भी हो सकती है.
स्वाद और संतुलन दोनों जरूरी
काजोल के लिए काला नमक स्वाद और अपनापन है, वहीं एक्सपर्ट्स के लिए यह संतुलन का मामला है. सही मात्रा में इस्तेमाल किया जाए, तो काला नमक स्वाद के साथ-साथ पेट को भी आराम देता है.