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India News (इंडिया न्यूज़), No Confidence Motion, दिल्ली: लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस की तरफ से यह प्रस्ताव दिया गया है। 8 और 9 अगस्त को इसपर चर्चा हुई। जिसके बाद आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 अगस्त को जवाब देंगे। आज तीसरे दिन भी अविश्वास प्रस्ताव पर संसद के मानसून सत्र में चर्चा जारी रहेगी। आज शाम 4 बजे पीएम मोदी लोकसभा सदन में जवाब देंगे। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान क्या बोल रहा है कौन नेता, जानिए हर अपडेट सबसे पहले…
सदन के नेता के नाते मैंने 2018 में उन्हें (विपक्ष को) एक काम दिया था कि 2023 में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएं, और उन्होंने मेरी बात मानी। लेकिन मैं दुखी हूं, 5 साल में उन्हें बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए था। लेकिन कोई तैयारी नहीं थी, कोई नवीनता नहीं थी, कोई रचनात्मकता नहीं थी… मैं आपको 2028 के लिए एक और मौका दूंगा। लेकिन मैं उनसे आग्रह करता हूं कि जब वे 2028 में अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे, तो वे तैयार होकर आएं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
जब सब कुछ उग्रवादी संगठनों की इच्छा के अनुरूप होता था तब मणिपुर में किसकी सरकार थी? मणिपुर में किसकी सरकार थी जब सरकारी कार्यालयों में महात्मा गांधी की तस्वीर को अनुमति नहीं दी गई थी, मणिपुर में किसकी सरकार थी जब स्कूलों में राष्ट्रगान की अनुमति नहीं देने का निर्णय लिया गया था?… उनका (विपक्ष) दर्द चयनात्मक है। वे राजनीति से परे सोच ही नहीं पाते: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
5 मार्च 1966 को कांग्रेस ने अपनी वायु सेना से मिजोरम में असहाय नागरिकों पर हमला करवाया। कांग्रेस को जवाब देना चाहिए कि क्या यह किसी अन्य देश की वायु सेना थी। क्या मिजोरम के लोग मेरे देश के नागरिक नहीं थे? क्या उनकी सुरक्षा भारत सरकार की जिम्मेदारी नहीं थी?: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने के लिए राज्य और केंद्र दोनों सरकारें हर संभव कोशिश कर रही हैं। मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि आने वाले समय में मणिपुर में शांति बहाल होगी। मैं मणिपुर की महिलाओं और बेटियों सहित मणिपुर के लोगों से कहना चाहता हूं कि देश आपके साथ है: मणिपुर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
मैं कांग्रेस की परेशानी समझ सकता हूं। वर्षों से वे बार-बार एक असफल उत्पाद लॉन्च करते रहे हैं। हर बार लॉन्चिंग फेल हो जाती है। नतीजा यह है कि मतदाताओं के प्रति उनकी नफरत चरम पर पहुंच गयी है। लॉन्चिंग विफल हो जाती है और वे मतदाताओं के प्रति घृणा रखते हैं। लेकिन पीआर वाले मोहब्बत की दुकान का प्रचार करते हैं। इसीलिए देश की जनता कह रही है, ये है लूट की दुकान, झूठ का बाजार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
मैं मणिपुर के लोगों, माता, भाइयों, बहनों से कहना चाहुंगा कि देश आपके साथ है। यह सदन आपके साथ है। हम सब मिलकर इस चुनौती का समाधान निकालेंगे। मणिपुर विकास की राह पर आगे बढ़ेगा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
मणिपुर में अदालत का फैसला आया अब उसके पक्ष-विपक्ष में जो परिस्थितियां बनीं उसमें हिंसा का दौर शुरू हुआ। महिलाओं के साथ गंभीर अपराध हुए और यह अपराध अक्षम है और दोषियों को कड़ी से कड़ी सज़ा दिलाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार कोशिश कर रही है। जिस तरह से प्रयास चल रहे हैं, करीबी भविष्य में शांति का सूरज जरूर उगेगा: मणिपुर की हिंसा पर लोकसाभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
अविश्वास प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के दैरान विपक्षी सांसदों ने लोकसभा से वॉकआउट किया।
यह घमंडिया गठबंधन 2 अंकों की महंगाई, भ्रष्टाचार, नीतिगत पंगुता, अस्थिरता, तुष्टिकरण, वंशवाद, बेरोजगारी, हिंसा और आतंकवाद की गारंटी है। यह मोदी की गारंटी है कि मेरे तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
यह सच है कि लंका को हनुमान ने नहीं जलाया था, उनके (रावण) घमंड ने जलाई। जनता भी भगवान राम की तरह है और इसीलिए आप 400 से 40 पर आ गए हैं। जनता ने दो बार पूर्ण बहुमत की सरकार चुनी लेकिन आपको तकलीफ हो रही है कि एक गरीब आदमी यहां कैसे बैठा है और यह आपको सोने नहीं दे रहा है और यहां की जनता देश आपको 2024 में भी सोने नहीं देगा। एक समय था जब जन्मदिन पर हवाई जहाज में केक काटा जाता था, लेकिन आज उन्हीं हवाई जहाज में गरीबों के लिए टीके भेजे जा रहे हैं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कल यहां (लोक सभा में) दिल से बात करने की बात भी कही गई थी। उनके (राहुल गांधी) दिमाग के हाल को तो एक लंबे समय से जानता हूं। अब उनके दिल का भी पता चल गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,”इनको (विपक्ष) ज़िंदा रहने के लिए भी NDA का सहारा लेना पड़ा। लेकिन घमंड इतना कि NDA में भी दो ‘I’ पिरो दिए। पहला ‘I’ 26 दलों का गमन और दूसरा ‘I’ एक परिवार का गमन। खुद बचने के लिए NDA भी चुराया और इंडिया के भी टुकड़े किए (I.N.D.I.A में डॉट लगाकर)।”
मैंने संवेदना व्यक्त नहीं की क्योंकि आप लोग जश्न मना रहे थे। जश्न क्यों मना रहे थे क्योंकि आप लोग खंडहर पर प्लास्टर लगा रहे थे। दशकों पुरानी खटारा गाड़ी को EV दिखाने के लिए कितना बड़ा मजबा लगाया था। आप (विपक्ष) जिसके पीछे चल रहे हैं उनको इस देश की ज़ुबान, इस देश के संस्कार की समझ नहीं है। पीड़ी दर पीड़ी यह लोग लाल और हरी मिर्च में अंतर नहीं समझ पाए: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
मैं विपक्ष के साथियों के प्रति संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं। कुछ ही दिन पहले बंगलुरू में आपने मिल-जुलकर करीब 1.5-2 दशक पुराने UPA का क्रिया कर्म किया है, उसका अंतिम संस्कार किया है। लोकतांत्रित व्यवहार की मुताबिक मुझे आप लोगों को सहानुभूति व्यक्त करनी चाहिए थी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,”इनको (विपक्ष) भारत के सामर्थ्य पर विश्वास नहीं है। इनको भारत के लोगों पर विश्वास नहीं है। लेकिन इस सदन को बताना चाहता हूं कि इस देश का भी, भारत के लोगों का कांग्रेस के प्रति अविश्वास का भाव बहुत गहरा है। कांग्रेस अपने घमंड में इतनी चूर हो गई है कि उसे ज़मीन नहीं दिखाई दे रही है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,”जब हम यह दावा करते हैं कि हम अपनी तीसरी अवधि में देश को विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनाएंगे तो एक ज़िम्मेदार विपक्ष का काम क्या होता? वह सवाल पूछता कि ‘निर्मला जी, मोदी जी आप यह कैसे करेंगे?’ यह भी मुझे सिखाना पड़ रहा है। यह लोग चुनाव में जनता के बीच कहते कि हम पहले नंबर पर लाएंगे। हमारे विपक्ष की यह त्रासदी है। यह लोग अनुभवहीनता की बातें करते हैं। यह कहते हैं कि यह सब वैसी ही होने वाला है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,अविश्वास और घमंड इनके रग-रग में बस गया है। वे जनता के विश्वास को देख नहीं पाते। यह जो शुतुरमुर्ग दृष्टिकोण है इसके लिए देश क्या ही कर सकता है… जब घर में अच्छा होता है तो नज़र न लगे उसके लिए काला टीका लगाते हैं। आज देश का जो मंगल, वाहवाही हो रही है उस पर मैं आपका धन्यवाद करता हूं कि काले टीके के रूप में काले कपड़े पहनकर सदन में आकर इस मंगल को सुरक्षित करने का काम किया है।”
हमने दुनिया में भारत की बिगड़ी हुई साख को संभाला है और उसे फिर एक बार नई ऊंचाइयों पर ले गए हैं, अभी भी कुछ लोग कोशिश कर रहे हैं दुनिया में हमारी साख को दाग लग जाए लेकिन दुनिया अब देश को जान चुकी, भारत के योगदान पर विश्व का भरोसा बढ़ता चला जा रहा है: PM नरेंद्र मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ”…अगर कांग्रेस कहती है कि सब कुछ अपने आप हो जाएगा, तो इसका मतलब है कि कांग्रेस के पास वैश्विक आर्थिक व्यवस्था या भारत की आर्थिक दुनिया की ताकत के बारे में न तो नीति है, न इरादा, न ही दृष्टिकोण या समझ…”
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा,”जब हम कहते हैं कि हम अपनी अर्थव्यवस्था को अगले 5 वर्षों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे, तो एक जिम्मेदार विपक्ष ने सवाल पूछा होगा कि हम यह कैसे करेंगे, लेकिन ‘ये भी मुझे ही सिखाना पड़ रहा है’ .
देश की जिन-जिन संस्थाओं को ये लोग मृत घोषित कर देते हैं, वे संस्थाएँ भाग्यशाली हो जाती हैं। जिस तरह से वे देश और लोकतंत्र को कोसते हैं, मुझे विश्वास है कि देश और लोकतंत्र मजबूत होने वाला है।’ हम भी मजबूत होने जा रहे हैं: पीएम नरेंद्र मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने अपना अब तक का सबसे अधिक राजस्व दर्ज किया। उनके (विपक्ष के) आरोपों के बावजूद एचएएल देश का गौरव बनकर उभरा है। इसके अलावा उन्होंने एलआईसी के बारे में कई बातें कही कि गरीबों का पैसा डूब जाएगा लेकिन आज एलआईसी मजबूत हो रही है। ‘शेयर मार्केट वाले लोगो के लिए ये मंत्र है कि जिस भी सरकारी कंपनी को ये गाली दे हमें दानव लगा दो अच्छा ही होने वाला है..’
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘विपक्ष के लोगों को एक रहस्य वरदान मिला हुआ है कि जिसका भी ये लोग बुरा चाहेंगे उसका भला ही होगा।’ ऐसा ही एक उदाहरण आपके सामने खड़ा है। ’20 साल हो गए क्या कुछ नहीं हुआ पर भला ही हो गया..’
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “कुछ विपक्षी दलों ने अपने आचरण से साबित कर दिया है कि उनके लिए पार्टी राष्ट्र से ऊपर है। मुझे लगता है कि आपको गरीबों की भूख की परवाह नहीं है लेकिन सत्ता की भूख आपके दिमाग में है।”
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ”हमने भारत की प्रतिष्ठा को ऊंचाइयों पर पहुंचाया है लेकिन कुछ लोग हैं जो दुनिया में हमारे देश की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन आज दुनिया का भारत पर भरोसा बढ़ रहा है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,”हमारा ध्यान देश के विकास पर होना चाहिए…यह समय की मांग है। हमारे युवाओं में सपनों को साकार करने की शक्ति है…हमने देश के युवाओं को भ्रष्टाचार मुक्त सरकार, आकांक्षाएं और अवसर दिए हैं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,”मैंने 2018 में कहा था कि 2023 में फिर से आना। लेकिन फिर भी आपने (विपक्ष) मेहनत नहीं की… आपने (विपक्ष) देश को निराशा के अलावा और कुछ नहीं दिया। मैं विपक्ष के रवैये पर कहूंगा, ‘जिनके बही-खाते बिगड़े हुए हैं, वे भी हमसे हमारा हिसाब लिए फिरते हैं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,”आपने इस प्रस्ताव पर किस तरह की चर्चा की है। मैं सोशल मीडिया पर देख रहा हूं कि ‘आपके दरबारी भी बहुत दुखी हैं।’ विपक्ष ने फील्डिंग का आयोजन किया लेकिन चौके-छक्के यहीं से लगे।”
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “एक तरह से विपक्ष का अविश्वास हमारे लिए शुभ होता है। आज मैं देख रहा हूं कि आपने (विपक्ष) तय कर लिया है कि जनता के आशीर्वाद से NDA और BJP 2024 के चुनाव में पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़कर शानदार जीत के साथ वापस आएंगे।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,”कई ऐसे बिल थे जो गांव, गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी के लिए थे, उनके कल्याण, भविष्य के साथ जुड़े हुए थे। लेकिन उनको (विपक्ष) इसकी चिंता नहीं है… विपक्ष के आचरण, व्यवहार से सिद्ध हुआ है कि उनके लिए देश से अधिक दल है, देश से बड़ा दल है, देश से पहले प्राथमिकता दल की है। मैं समझता हूं कि गरीब की भूख की चिंता नहीं है, आपको सत्ता की भूख सवार है।”
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,”भगवान बहुत दयालु हैं और किसी माध्यम से बोलते हैं… मेरा मानना है कि यह भगवान का आशीर्वाद है कि विपक्ष यह प्रस्ताव लाया है। मैंने 2018 में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कहा था कि यह कोई सदन नहीं है” हमारे लिए परीक्षण लेकिन उनके लिए शक्ति परीक्षण और परिणामस्वरूप वे चुनाव हार गए।.”
आज, मैं देख सकता हूं कि आपने (विपक्ष) तय कर लिया है कि एनडीए और बीजेपी लोगों के आशीर्वाद से, पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए शानदार जीत के साथ वापस आएंगे, पीएम मोदी ने जवाब देते हुए कहा।
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,”देश की जनता ने हमारी सरकार पर बार-बार भरोसा जताया है और मैं देश की करोड़ों जनता के प्रति अपना आभार जताने के लिए यहां आया हूं।”
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद राज्यवर्धन राठौड़ ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा,”मैं 2008 बीजिंग ओलंपिक(चीन में) में था। हमें पता चला कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी हमसे मिलने आ रहे हैं। वे हमसे मिलने नहीं आये, वे चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से मिले। उन पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए।”
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा,”वे (कांग्रेस) कहते हैं नफरत की दुकान में मोहब्बत की दुकान लाएंगे। इनकी दुकान भ्रष्टाचार, झूठ, तुष्टिकरण, अहंकार की दुकान है। यह केवल दुकान का नाम बदलते हैं लेकिन सामान वही रहेता है।”
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा,”कल राहुल गांधी ने कहा था कि प्रधानमंत्री मणिपुर को भारत का हिस्सा नहीं मानते। मैं बताना चाहुंगा कि प्रधानमंत्री ने उत्तर-पूर्व को विश्व के साथ जोड़ने का काम किया है… भारत को अलग-अलग टुकड़ों में देखने की विचारधारा आपकी है, हमारी नहीं।”
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा,”मुझे 20 साल हो गए हैं इस संसद में लेकिन ऐसा दृश्य मैंने 2 दशक में नहीं देखा है…प्रधानमंत्री के प्रति जो शब्द इस्तमाल किए गए हैं विपक्ष के द्वार मै मानता हूं सदन के सामने नहीं लेकिन देश की जनता के सामने माफी मांगनी चाहिए:
अविश्वास प्रस्ताव पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया के स्पीच के बीच विपक्षी सांसदों ने लोकसभा से वॉकआउट किया। उन्होंने कहा, ”देश की जनता ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है, अब वे लोकसभा से भी बाहर जा रहे हैं.”
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री के खिलाफ निराधार आरोप स्वीकार नहीं किया जा सकता। इसे समाप्त किया जाना चाहिए और उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
पीएम मोदी सदन में पहुंच गए हैं। इसी बीच कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव की ताकत देखिए हम पीएम मोदी को खींचकर सदन में लाए। यही संसदीय परंपराओं की ताकत है. हम चाहते थे कि पीएम मोदी मणिपुर पर चर्चा में हिस्सा लें। लेकिन उन्होंने न जाने क्यों सदन में आ आने की कसम खाई थी। हमने पहले अविश्वास प्रस्ताव लाने का नहीं सोचा था, लेकिन हमें लाना पड़ा।
बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा किपश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के बाद महिलाओं पर अत्याचार करने वाले लोग लोकतंत्र की बात करते हैं… इस साल के पंचायत चुनाव में 59 पार्टी कार्यकर्ताओं की मौत हो गई। जब से पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी सत्ता में हैं तब से राज्य में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार हो रहे हैं। अपनी छवि बनाने के लिए, वे पूछ रहे हैं कि पीएम मोदी मणिपुर मुद्दे पर चुप क्यों हैं… विपक्ष राजस्थान, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ की घटनाओं पर चुप है और मणिपुर के बारे में बात कर रहा है।
अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने कहा कि हमारी पार्टी इस प्रस्ताव के खिलाफ है। अगर कोई व्यक्ति इस देश को 5 ट्रिलियन की इकॉनोमी बनाने को लेकर काम कर रहा है तो वह पीएम मोदी है। आने वाले चुनाव में बिहार की 40 में से 40 सीटें एनडीए गठबंधन जीतेगा।
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा, ये सिर्फ अविश्वास प्रस्ताव नहीं, हमें पता है हमारे पास नंबर नहीं है। हम INDIA बनकर इसलिए नहीं आए हैं, क्योंकि इस सरकार को गिराना चाहते हैं। हम लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात कह सकें, इसलिए हम नए विश्वास के साथ आए हैं। मणिपुर के मुद्दे पर जो चुप्पी साधी गई, हम उसके खिलाफ हैं। जहरीले बयान दिए गए। कहा गया कि राजस्थान, बंगाल में रेप के मुद्दे पर चर्चा क्यों नहीं हुई। लेकिन मैं बताना चाहती हूं कि मणिपुर का मुद्दा अलग है। नफरती अपराध एक समुदाय के खिलाफ मणिपुर में हो रहा। वो महिलाएं इंसाफ भी नहीं पा रही हैं। वहां युद्ध चल रहा है, सामुदायों के बीच 3 महीने में 150 से ज्यादा लोग मारे गए। उन्होंने कहा, अब तक किस राज्य में थानों से हजारों हथियार और लाखों गोलियां लूटी गईं।
महुआ मोइत्रा ने कहा, हम यहां अपने ‘तुम अभी चुप रहो’ गणतंत्र में सवाल पूछने आए हैं, जहां प्रधानमंत्री एक राज्यपाल से कहते हैं ‘चुप रहो’। इस सदन में निर्वाचित सांसद के रूप में हमसे नियमित रूप से कहा जाता है ‘चुप रहो’। यह प्रस्ताव मणिपुर में इस मौन संहिता को तोड़ने के लिए है। पीएम मोदी हमारी बात नहीं सुनेंगे, आखिरी दिन आकर भाषण देंगे। मुझे नहीं पता कि इससे अधिक दुर्भाग्यपूर्ण क्या है, हमारे प्रधानमंत्री ने संसद में आने से इनकार कर दिया या उन्होंने मणिपुर जाने से इनकार कर दिया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बाद AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने संसद को संबोधित किया। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “हमारे गृह मंत्री क्विट इंडिया मूवमेंट के बारे में बोल रहे थे। मुझे हैरानी है कि अगर उन्हें पता है या नहीं कि क्विट इंडिया मूवमेंट की शुरुआत एक मुसलमान द्वारा की गई थी। अगर उन्हें पता होता तो वह फिर इस नाम का इस्तेमाल नहीं करते। केंद्र सरकार जिस तरह की राजनीति कर रहे हैं, वह देश को नुकसान पहुंचाने वाली है। मैं प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि उनके लिए हिंदुत्व ज्यादा अहम है या फिर देश।”
निर्मला सीतारमण ने कहा, “हमारी डीबीटी की कहानी पूरी दुनिया के लिए उदाहरण है। UPA की सरकार के दौरान वित्तीय वर्ष 2013-14 के दौरान डीबीटी ट्रांसफर सिर्फ 7367 करोड़ रुपये था। 2014-15 में ही यह बढ़कर पांच गुना हो गया था। वहीं बीते वित्तीय वर्ष में यह 7.16 लाख करोड़ रुपये रहा।”
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, “लोगों ने 2014 और 2019 में यूपीए के खिलाफ विश्वास मत दिया और उन्हें हराया। उसी तरह साल 2024 में भी वैसी ही स्थिति रहने वाली है। कल गृहमंत्री ने कहा था कि यूपीए का नाम बदलने की क्या जरूरत थी? विपक्ष की एकता समझ से परे है कि वह एक साथ लड़ रहे हैं या फिर एक दूसरे के खिलाफ। यूपीए ने पूरा एक दशक बर्बाद किया क्योंकि यूपीए में बहुत ज्यादा भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद था। आज हर संकट और विपरीत परिस्थितियां सुधारों और अवसरों में तब्दील हो चुकी है।”
वित्त मंत्री ने कहा, “INDIA नाम बदलना इसलिए पड़ा, क्योंकि यूपीए नाम से लोगों को बहुत कुछ याद आ रहा था। भ्रष्टाचार, घोटाला लोगों को ये सब याद आ गया था। अभी यह समझ नहीं आ रहा कि यह सब साथ लड़ रहे हैं या आपस में लड़ रहे हैं। क्योंकि पंजाब में कांग्रेस और आप आपस में लड़ रहे हैं। बंगाल में लेफ्ट और टीएमसी और कांग्रेस आपस में लड़ रहे हैं। त्रिपुरा में कांग्रेस और लेफ्ट आपस में लड़ रहे हैं। गुजरात में कांग्रेस और आप आपस में लड़ रहे हैं। गोवा में कांग्रेस और आप आपस में लड़ रहे हैं। केरल में भी लेफ्ट और कांग्रेस टकराव में हैं। ऐसे कई राज्य हैं। प्रोफेसर सौगत राय को मैं बता दूं कि कांग्रेस, मंत्री ही नहीं प्रधानमंत्री भी राज्यसभा से इंपोर्ट करती थी।”
निर्मला सीतारमण ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, “बन गए, मिल गए और आ गए। आज कल यही शब्द इस्तेमाल होता है, जनता के बीच। पहले यूपीए के समय क्या होता था शब्द। बिजली आएगी, अब होता है बिजली आ गई। पीएम आवास का घर तब होता था बनेगा। अब होता है घर बन गया। पहले होता था सड़क बनेगा, अब होता है बन गया। पहले एयरपोर्ट बनेगा करते थे, अब बन गया। पहले कहते थे स्वास्थ्य सेवा मिलेगी, अब कहते हैं मिल गया। पहले जनता कहती थी कि राशन आसानी से मिलेगा, अब मिल गया। इसलिए इसका समझ आवश्यक है। एक्चुअल डिलीवरी से ही बदलाव होता है, न कि मुंह से शब्द फेंककर गुमराह करने से। आप सपने दिखाते थे, हम जनता के सपने साकार करते हैं।”
वित्त मंत्री ने अपने भाषण में कहा, “ये सब कैसे संभव हुआ। साल 2014 से प्रधानमंत्री मोदी ने हमारी पॉलिसी को इतना सुधारा है कि जिसकी वजह से कोविड संकट को पार करते हुए भी रिकवरी के रास्ते में हम सबसे तेज गति से आगे बढ़ रहे हैं। आयुष्मान भारत, जनधन योजना, जन औषधि केंद्र और डिजिटल इंडिया मिशन ऐसी योजनाओं से सबको फायदा पहुंचाने का काम हुआ है। हम 6 दशकों से सुन रहे थे गरीबी हटाओ, लेकिन ऐसा हुआ क्या? अब आप साफ देख पा रहे हैं कि गरीबी कैसे हटा रहे हैं।”
समाचार एजेंसी ANI ने जानकारी दी कि आज शाम करीब 4 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अविश्वास प्रस्ताव पर हो रही चर्चा में हिस्सा लेंगे।
निर्मला सीतारमण ने कहा, “हमें इन हालात को देखते हुए भारत की अर्थव्यवस्था को समझना चाहिए। मॉर्गन एंड स्टैनली ने 2013 में भारत को भी सबसे कमजोर इकोनॉमी में जोड़ा। उसी मॉर्गन स्टैनली ने आज भारत को ऊपर रखा है। आज देश सबसे तेज विकास दर वाली अर्थव्यवस्था है। हमारे लिए जीडीपी ग्रोथ 7.2 फीसदी है 2022-23 के लिए। इसके 2023-24 में 6.5 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान रखा गया है। जबकि बाकी इकोनॉमी के बढ़ने का अनुमान नीचे रखा गया है।”
लोकसभा की कार्रवाई एकबार फिर से शुरू होते वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सदन को संबोधित किया। वित्त मंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “आज आर्थिक विषयों में दुनियाभर में संकट का समय है। बढ़ती महंगाई और घटती विकास दर। मैं उदाहरण के लिए विदेश में जो चल रहा है, उसके बारे में बताती हूं। उसके बाद मैं देश पर भी आऊंगी। 2022 में दुनिया की अर्थव्यवस्था सिर्फ 3 फीसदी से कुछ ऊपर रही है। वर्ल्ड बैंक के मुताबिक, वैश्विक विकास दर 2023 में 2.1 फीसदी पर आ जाएगी। ब्रिटेन में सबसे चुनौतीपूर्ण समय है और बैंक ऑफ इंग्लैंड ने ब्याज दर 14 बार लगातार बढ़ाया है। उसका ब्याज दर 15 साल में सबसे ज्यादा है।”
एक बार फिर से लोकसभा की कार्यवाही शुरू हो चुकी है। इसके पहले मणिपुर हिंसा को लेकर हुए हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “प्रधानमंत्री कोई परमात्मा हैं क्या? उनके आने से क्या होगा? वो कोई भगवान नहीं हैं।”
हंगामे के चलते लोकसभा के बाद राज्यसभा की कार्यवाही भी 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
पश्चिम बंगाल से भाजपा सांसद सुकांत मजूमदार ने पीएम के भाषण को लेकर कहा, “संसद में आज का दिन अहम है, खासकर विपक्ष के लिए। पीएम मोदी एक घंटे से ज्यादा बोलेंगे। विपक्ष को इसके लिए तैयार रहना चाहिए।” वहीं राहुल गांधी के ‘फ्लाइंग किस’ विवाद को लेकर उन्होंने कहा, “यह उनकी रुचि और संस्कृति को दर्शाता है। इससे पहले उन्होंने (पीएम मोदी को) गले लगाया और अब वह संसद में ‘फ्लाइंग किस’ दे रहे हैं।”
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “गतिरोध तोड़ने के लिए मुझे विपक्ष के कमरे में बुलाया गया। क्योंकि कहा गया कि हम आपके कमरे में नहीं आ सकते। ये इनकी मानसिकता है, ये सिर्फ हंगामा कर रहे हैं।” लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही संसद में हंगामा शुरू हो गया है। जिस कारण 12 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, “अधीर रंजन चौधरी को सरकार पर उंगली उठाने से पहले संसदीय कार्यप्रणाली में स्पीकर और संसद टीवी की भूमिका समझनी चाहिए। कांग्रसे नेता राहुल गांधी कल अपने भाषण के दौरान कभी परेशान नहीं हुए। लेकिन ‘भारत माता की हत्या’ शब्द ऐसा नहीं है जिसका इस्तेमाल संसद में किया जाना चाहिए।”
विपक्षी दल के गठबंधन INDIA के दलों के फ्लोर लीडर्स ने सदन के पटल पर रणनीति तैयार करने के लिए संसद में आज सुबह 10 बजे राज्यसभा के एलओपी चैंबर में बैठक की।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “सदन में यदि कोई शब्द असंसदीय है तो उसे हटाने का प्रावधान है। मुझे नहीं लगता कि राहुल गांधी ने कोई असंसदीय शब्द का इस्तेमाल किया है। राहुल गांधी ने कहा कि भारत माता को अपमानित किया जा रहा है। मैंने इस मुद्दे को लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष उठाया है और उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि वह इसपर विचार करेंगे।”
पीएम मोदी संसद पहुंचे चुके हैं। जहां पर वह आज की रणनीति को लेकर वरिष्ठ मंत्रियों के साथ एक बैठक कर रहे हैं। प्रह्लाद जोशी, अमित शाह और नितिन गडकरी समेत पार्टी के कई वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक में मौजूद हैं। आज शाम 4 बजे अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पीएम मोदी जवाब देंगे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीते दिन बुधवार, 9 अगस्त को करीब 35 मिनट तक भाषण दिया था। जिसके बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भाषण देते हुए राहुल गांधी द्वारा लगाए गए सभी आरोपों पर पलटवार किया था। राहुल गांधी के आरोपों पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी कांग्रेस पर पलटवार किया था।
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