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पहले के वक्त की बात करें तो लोग काफी स्वस्थ रहते थे. बीमारियां लोगों से कोसो दूर हुआ करती थी। वही आज के वक्त में हर दूसरें इंसान को कोई ना कोई बीमारी हो ही जाती है. अगर इसकी वजह को खौज़ा जाए तो पहले के वक्त में सुविधांए नहीं हुआ करती थी लोकिन लोग कि उम्र काफी लंबी होती थी. चलिए जानते है की पहले और अब के दौर में ऐसा क्या बदला जिस वजह से लोगो के स्वस्थ पर काफी असर पड़ा है।
पहले के दशक की बात करें तो पहले मोटरसाइकिल और गाड़ियों की इतनी उपलब्धता नहीं हुआ करती थी, तो लोगों के लिए साइकिल ही प्रमुख साधन हुआ करती थी। साइकिल से ही कई किलोमीटर तक की यात्रा लोग तय करते थे। इसका ही प्रभाव था कि उस समय लोग आज की तुलना में कम बीमार होते थे, हृदय रोग-डायबिटीज जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम भी कम होता था। हालांकि जैसे-जैसे साइकिल की जगह अन्य वाहनों ने ली, लोगों में शारीरिक निष्क्रियता के कारण कई प्रकार की बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ने लगा।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी पाया कि साइकिल चलाने वाले लोग ज्यादा स्वस्थ होते हैं और उनमें कई प्रकार की क्रोनिक बीमारियों का जोखिम भी कम होता है। सभी उम्र के लोगों को नियमित रूप से व्यायाम करने की सलाह दी जाती है, इसमें साइकिलिंग भी एक बेहतर अभ्यास हो सकता है।
बता दें कि साइकिल चलाने के दौरान शरीर की कई बड़ी मांसपेशियों का अभ्यास हो जाता है, रक्त का संचार बेहतर होता है और हृदय-फेफड़े मजबूत होते हैं। डॉक्टर्स कहते हैं, अगर रोजाना 20-30 मिनट साइकिल चलाने की आदत बना ली जाए तो कई गंभीर बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है। आइए रोजाना साइकिल चलाने से सेहत को होने वाले फायदों के बारे में जानते हैं।
साइकिल चलाना स्ट्रेंथ ट्रेनिंग का अभ्यास होता हैं। साइकिल चलाने से आपको वजन कम होता है। इस आदत के कारण शरीर में वसा के स्तर को कम किया जा सकता है, जिससे बेली फैट और मोटापे जैसी समस्याओं का जोखिम कम होता है। मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने, मांसपेशियों को मजबूती देने और कैलोरी बर्न करने में साइकिलिंग फायदेमंद होती है।
साइकिलिंग करने वाले लोग मानसिक तौर पर स्वास्थ्य होते है उन्हें मानसिक समस्याओं का जोखिम अन्य लोगों की तुलना में कम होता है और यह दिमाग की शक्ति बढ़ाने और उसे स्वस्थ रखने में भी सहायक है। साइकिल चलाने से तनाव, अवसाद या चिंता की भावनाओं को कम किया जा सकता है।
साइकिल चलाने की आदत हृदय के साथ-साथ डायबिटीज की समस्या वाले लोगों के लिए भी लाभकारी मानी जाती है। मेडिसिन एंड साइंस इन स्पोर्ट्स एंड एक्सरसाइज में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि रोजाना 30-45 मिनट मध्यम गति से साइकिल चलाने वालों में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने का खतरा कम पाया गया। साइकिलिंग डायबिटीज के अन्य कारकों जैसे मोटापा और मेटाबॉलिज्म की समस्या को भी कम करती है। ऐसे में इसके अभ्यास के विशेष लाभ हो सकते हैं।
साइकिल चलाना, अन्य प्रकार के एरोबिक व्यायाम की तरह, हृदय, फेफड़े और मांसपेशियों के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। यह पूरे शरीर में रक्त परिसंचरण को सुधारने के साथ रक्तचाप और ऑक्सीजन के स्तर को बेहतर रखने में मददगार अभ्यास है। साइकिलिंग से फेफड़ों की अच्छी स्ट्रेचिंग होती है जिससे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। शोध में पाया गया कि जो लोग नियमित रूप से साइकिल चलाने वाले वर्कआउट करते हैं, उनमें अन्य लोगों की तुलना में हृदय रोग का खतरा कम होता है।
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