India News (इंडिया न्यूज़), Bihar: पटना में लाठीचार्ज के दौरान हुई बीजेपी कार्यकर्ता की मौत पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने कहा, ” गांधी मैदान में एक सभा की अनुमति दी गई थी, लेकिन मार्च निकालने की कोई अनुमति नहीं दी गई थी, इसके बावजूद मार्च निकाला गया। जब पुलिस ने मार्च को रोकने की कोशिश की, तो उन्होंने बैरिकेड्स को नष्ट कर दिया, पुलिसकर्मियों पर मिर्च छिड़क दी और पथराव किया। उसके बाद पुलिस ने पानी की बौछारें कीं, आंसूगैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया।
बता दें कि बिहार में शिक्षकों की पोस्टिंग के सपोर्ट और चार्जशीटेड तेजस्वी यादव को बर्खास्त करने की मांग को लेकर बीजेपी की ओर से निकाले गए विधानसभा मार्च को रोकने के लिए पुलिस की ओर से लाठीचार्ज किया गया। पुलिस के द्वारा की गई लाठीचार्ज में एक बीजेपी कार्यकर्ता की मौत हो गई है और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
बीजेपी नेता के शरीर पर कोई निशान नहीं
वहीं मृतक बीजेपी नेता विजय सिंह के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं। मेडिकल बोर्ड गठित कर मृतक का पोस्टमार्टम कराने और पूरी पोस्टमार्टम प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराने के आदेश दिये गये हैं। मौत की असली वजह पोस्टमॉर्टम के बाद पता चलेगी। अपर जिलाधिकारी, विधि-व्यवस्था, पटना और सिटी एसपी से 24 घंटे के अंदर घटना की संयुक्त जांच रिपोर्ट मांगी गयी है।
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