Churhat Vidhan Sabha Seat: इस साल देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इनमें देश के केन्द्र में एक राज्य है मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है। इसी राज्य के ऐतिहासिक महत्व रखने वाले सीधी जिले के अंतर्गत चार विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें से एक सीट है चुरहट, जो मध्य प्रदेश में राजनैतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है। सामान्य वर्ग से आने वाली इस सीट पर पिछले चुनाव में बड़ा उलटफेर देखने को मिला था। आइए जानते हैं कभी राज्य का मुख्यमंत्री देने वाली इस सीट का राजनैतिक इतिहास।
पूर्व मुख्यमंत्री की सीट
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में चुनाव की तारीखों का ऐलान होने साथ राज्य में सियासी पारा चढ़ गया है। सभी पार्टियों ने चुनावी तैयारी में जुट गई हैं। राज्य की चुरहट विधानसभा सीट पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की विधानसभा सीट हुआ करती थी। इसी सीट से कांग्रेस से मुख्यमंत्री रहे अर्जुन सिंह के बेटे अजय सिंह ने चुनाव लड़ा। जनता ने उनको अपना नेता चुना। हालांकि, पिछले विधानसभा चुनाव यानी कि 2018 के चुनाव में चुरहट विधानसभा सीट से अजय सिंह चुनाव हार गए।
बीजेपी से हारी सीट
चुरहट सीट पर 2018 में कुल 22 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला था। कांग्रेस की इस पारम्परिक दबदबे वाली सीट पर पिछली विधानसभा में बीजेपी से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के पुत्र अजय सिंह को पिछले विधानसभा चुनाव 2018 में हार का सामना करना पड़ा था। विधानसभा चुनाव 2018 में, बीजेपी के शरदेंदु तिवारी को 71,909 वोट मिले थे, जबकि ग्रेस के अजय अर्जुन सिंह को में 65,507 वोट मिले। इस सीट पर बीजेपी ने 6,402 मतों के अंतर चुनाव जीता।
2018 चुनाव में वोटर (Churhat Vidhan Sabha Seat)
2018 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कुल 2,26,965 वोटर्स थे। जिसमें पुरुष वोटर्स की संख्या 1,19,782 थी। वहीं, महिला वोटर्स की संख्या 1,07,180 थी। इसमें से 1,57,619 (69.7%) वोटर्स ने चुनाव में हिस्सा लिया था। 2018 के चुनाव में NOTA के पक्ष में 524 (0.2%) वोट पड़े थे।
सीट पर बीजेपी की नजर
भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के दबदबे वाली सीट पर एक बार फिर से अपना दबदबा कायम करने की कोशिश में है। इससे पहले भी बीजेपी के हिस्से 1993 में यह सीट आई थी, लेकिन अगले विधनसभा 1998 में अजय सिंह के हाथों बीजेपी को यह सीट गंवानी पड़ी थी।
राजनीतिक इतिहास
राज्य की चुरहट विधानसभा सीट का राजनीतिक इतिहास बताता है कि कांग्रेस के दबदबे वाली सीट है। यह सीट राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के नाम से जानी जाती है। पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह इस सीट से 5 बार, 1977, 1980, 1985, 1990 और 1991 में विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। हालांकि, 1993 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने पहली बार इस सीट पर जीत हासिल की थी।
अर्जुन सिंह की दावेदारी
विधानसभा चुनाव 1998 से एक बार फिर चुरहट सीट कांग्रेस का कब्जा हो गया। अर्जुन सिंह के बेटे अजय सिंह ने 1998 में इस सीट से अपनी दावेदारी ठोकी और चुनाव में जीत दर्ज की। इसके बाद से वह 1998 के बाद 2003, 2008 और 2013 के चुनाव में जीत दर्ज करते रहे। हालांकि, 2018 के विधानसभा के चुनाव में उनको हार का समाना करना पड़ा। बीजेपी के शरदेंदु तिवारी ने अजय सिंह को कड़े मुकाबले में 6,402 हरा दिया।
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